AIN NEWS 1: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूयॉर्क में प्रवासी भारतीयों के एक समारोह में अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि भले ही वह आज़ादी के लिए अपने जीवन को समर्पित नहीं कर पाए, लेकिन वह भारत को समृद्ध बनाने के लिए अपने जीवन को पूर्ण रूप से समर्पित करेंगे।
मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं मुख्यमंत्री बनूंगा, लेकिन जब मैं बना, तो गुजरात का सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहा।” उनका यह बयान इस बात का संकेत है कि उन्होंने अपनी यात्रा में कई अप्रत्याशित मोड़ देखे हैं, लेकिन हर बार उन्होंने चुनौती को स्वीकार किया और अपने कार्यों से गुजरात और भारत की प्रगति में योगदान दिया।
प्रधानमंत्री ने प्रवासी भारतीयों से यह भी कहा कि उन्हें गर्व महसूस करना चाहिए कि वे भारतीय हैं। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि भारत की समृद्धि के लिए हर नागरिक का योगदान आवश्यक है। मोदी ने यह भी बताया कि उन्होंने हमेशा समाज के विभिन्न वर्गों के उत्थान के लिए काम किया है और उनके प्रयासों का उद्देश्य “सर्वजन हिताय” है।
इसके अलावा, मोदी ने भारतीय संस्कृति और परंपराओं को संजोने का महत्व भी बताया। उन्होंने प्रवासी भारतीयों को प्रेरित किया कि वे अपनी जड़ों से जुड़े रहें और अपने अनुभवों को साझा करें। यह केवल व्यक्तिगत पहचान को सुदृढ़ करने में मदद नहीं करेगा, बल्कि भारत की एकता और अखंडता को भी बनाए रखने में सहायक होगा।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि आज का भारत न केवल विकास की राह पर है, बल्कि वह वैश्विक मंच पर भी अपनी पहचान बना रहा है। उन्होंने प्रवासी भारतीयों से आग्रह किया कि वे अपने देश की प्रगति में योगदान दें और विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करने की कोशिश करें।
मोदी के इस संबोधन ने प्रवासी भारतीयों के बीच एक नई ऊर्जा का संचार किया। उन्होंने कहा, “हम सब मिलकर एक नए भारत का निर्माण करेंगे, जो न केवल आर्थिक रूप से मजबूत होगा, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी समृद्ध होगा।”
इस प्रकार, पीएम मोदी का यह भाषण न केवल प्रेरणादायक था, बल्कि यह एक स्पष्ट संदेश भी था कि समृद्ध भारत की दिशा में हर भारतीय का योगदान महत्वपूर्ण है। उन्होंने प्रवासी भारतीयों को अपने देश के प्रति गर्वित रहने और उसमें सक्रिय भागीदारी करने का आवाहन किया।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर यह भी कहा कि वे यह सुनिश्चित करेंगे कि भारत विश्व के सबसे शक्तिशाली देशों में से एक बने। उनका यह संदेश स्पष्ट था: समर्पण, मेहनत और एकता के माध्यम से ही हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।
इस प्रकार, पीएम मोदी का न्यूयॉर्क में प्रवासी भारतीयों को दिया गया यह संबोधन न केवल प्रेरणादायक था, बल्कि भारतीय समुदाय के लिए एक नई दिशा और ऊर्जा का संचार करने वाला भी था।