AINNEWS1 : देश के सबसे बड़े संगठन आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत ने शुक्रवार को अपने बयान में कहा कि हमारा देश के लिए इंडिया की जगह केवल भारत नाम का ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए। उन्होंने मंच से लोगों को यह आदत डालने का भी आग्रह किया। उन्होने कहा कि भारत का नाम प्राचीन काल से ही चला आ रहा है और इसे आगे भी बढ़ाया जाना चाहिए।भागवत ने सकल जैन समाज के ही एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, कि हमारे देश का नाम सदियों से ही भारत रहा है। और भाषा चाहे कोई भी हो, नाम केवल एक ही रहता है। हमारा देश केवल भारत है। हमें इंडिया नाम का उपयोग पूरी तरह से बंद करना होगा और सभी व्यावहारिक क्षेत्रों में भी केवल भारत का उपयोग करना होगा। तभी कोई परिवर्तन आएगा।
हमें अपने देश को केवल भारत ही कहना होगा और दूसरों को भी यही समझाना होगा। एकता की शक्ति पर पूरा जोर देते हुए भागवत ने कहा कि भारत ही एक ऐसा देश है, जो सभी लोगों को एकजुट करता है। आज पूरी दुनिया को हमारी जरूरत है। हमारे बिना दुनिया चल ही नहीं सकती। हमने योग के माध्यम से पूरी दुनिया को जोड़ा है।उन्होंने यह भी दावा किया कि अंग्रेजों ने भारतीय शिक्षा प्रणाली को काफ़ी हद तक बदल दिया था। और अब नई शिक्षा नीति बच्चों में देशभक्ति की भावना बढ़ाने का एक प्रयास है। उन्होंने सभी अभिभावकों से अपने बच्चों को भारतीय संस्कृति, परंपरा और पारिवारिक मूल्यों से अवगत कराने का भी विनम्र आग्रह किया।