AIN NEWS 1 मुंबई: शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने बदालपुर में हुए हालिया घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि “रेपिस्ट को कठोर सजा मिलनी चाहिए और न्याय जल्दी होना चाहिए। लेकिन अगर एन्काउंटर राजनीतिक लाभ के लिए किया जाता है, तो यह गलत है।”
राउत ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र सरकार में दो नेताओं के बीच प्रतिस्पर्धा है। उन्होंने कहा, “मैंने पहली बार देखा है कि एक राज्य में दो नेता हैं, एक मुख्यमंत्री और दूसरा उपमुख्यमंत्री, और उनके बीच एन्काउंटर का श्रेय लेने की होड़ लगी है। यह प्रतिस्पर्धा स्पष्ट रूप से दिखाती है कि राज्य में राजनीति कैसे चल रही है।”
राउत ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के कार्यकाल का उल्लेख करते हुए कहा, “देवेंद्र फडणवीस के समय में पिछले एक साल में 100 से अधिक महिलाओं के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले सामने आए। लेकिन एन्काउंटर के मामले में कितने लोगों को मार गिराया गया?”
संजय राउत ने यह भी कहा कि ऐसे मामलों में केवल एन्काउंटर को प्राथमिकता देना सही नहीं है, क्योंकि यह असली समस्या का समाधान नहीं करता। उन्हें लगता है कि सरकार को महिलाओं की सुरक्षा और न्याय व्यवस्था को सख्त बनाना चाहिए।
राउत ने आगे कहा कि इस तरह के एन्काउंटर राजनीतिक फायदे के लिए किए जा रहे हैं, जो कानून और व्यवस्था की स्थिति को और खराब करते हैं। उनका मानना है कि समाज को इस तरह की राजनीतिक चालों से सावधान रहना चाहिए।
उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि इस तरह की घटनाएं यह दर्शाती हैं कि कैसे राजनीति कभी-कभी इंसानियत से ऊपर उठ जाती है। सरकार को इन मुद्दों को गंभीरता से लेना चाहिए और जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझना चाहिए।
निष्कर्ष
संजय राउत के बयान से यह स्पष्ट होता है कि वे महिला सुरक्षा और न्याय के मुद्दों पर गंभीर हैं। साथ ही, वे राजनीतिक प्रतिस्पर्धा को समाज के लिए हानिकारक मानते हैं। सरकार को इस मामले में सही दिशा में कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि वास्तविक समस्या का समाधान हो सके और लोगों का विश्वास सरकार पर बना रहे।