AIN NEWS 1 गाजियाबाद: गाजियाबाद पुलिस के ट्रैफिक दरोगा प्रदीप कुमार (47) की सड़क हादसे में मौत हो गई। वह मुरादनगर में ड्यूटी पर थे और रात को दिल्ली अपने घर लौट रहे थे, तभी तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी। यह हादसा दिल्ली की सीमा के पास एनएच-24 पर हुआ। हादसे के बाद प्रदीप कुमार के परिवार में मातम पसर गया, और उनकी मौत की खबर सुनते ही उनके परिजन मौके पर पहुंचे।
हादसे का विवरण:
पुलिस के अनुसार, प्रदीप कुमार शुक्रवार को अपनी ड्यूटी समाप्त करने के बाद गाजियाबाद से दिल्ली अपने घर लौट रहे थे। वह जब आईएसबीटी से होते हुए एनएच-24 के टेल्को टी प्वाइंट पर पहुंचे, तभी एक तेज रफ्तार पीली नंबर प्लेट वाली कार ने उन्हें टक्कर मार दी। हादसे के बाद मौके पर कार के टूटे हुए नंबर प्लेट के अवशेष पाए गए। पुलिस ने बताया कि हादसा कार की टक्कर से हुआ, और वे अब सीसीटीवी फुटेज से कार की पहचान करने का प्रयास कर रहे हैं।
प्रदीप कुमार की शख्सियत:
प्रदीप कुमार यूपी पुलिस के एक सम्मानित और मिलनसार अफसर थे। उनके सहकर्मी बताते हैं कि ड्यूटी के बाद भी वह बिना अपने साथियों को चाय पिलाए नहीं जाते थे। कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल से लेकर उच्च अधिकारियों तक उनके साथ अच्छे संबंध थे। गुरुवार को भी ड्यूटी खत्म करने के बाद उन्होंने अपने साथियों के साथ चाय पी थी। प्रदीप कुमार 1998 में यूपी पुलिस में कांस्टेबल के तौर पर भर्ती हुए थे और बाद में प्रमोशन पाकर दरोगा बने थे।
परिवार और पुलिस का रुख:
हादसे की सूचना मिलने के बाद प्रदीप कुमार के परिवारवाले मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रदीप कुमार के निधन से पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई है, और उनके सहकर्मी उनकी यादों में डूबे हुए हैं।
प्रदीप कुमार की मौत की घटना ने यह स्पष्ट कर दिया कि सड़क सुरक्षा के मामले में जिम्मेदारी का पालन जरूरी है, खासकर जब तेज रफ्तार वाहन सड़कों पर चलते हैं। पुलिस अब इस हादसे में शामिल वाहन की पहचान के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।