MP News: उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के गेट नंबर 4 के सामने एक दीवार तेज बारिश के कारण गिर गई, जिससे दो लोगों की मौत हो गई और लगभग आधा दर्जन लोग घायल हो गए। घायलों में कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें उज्जैन और इंदौर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हादसे का कारण
उज्जैन कलेक्टर और महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष नीरज कुमार सिंह ने जानकारी दी कि मृतकों में एक महिला और एक पुरुष शामिल हैं। घायलों में से दो की हालत नाजुक है, और उनका इलाज जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है।
हादसे का कारण तेज बारिश को बताया जा रहा है। महाकालेश्वर मंदिर के गेट नंबर 4 के सामने की दीवार काफी पुरानी थी, जिसे स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत रंगाई-पुताई कर नया बनाया गया था। इसी दीवार के ऊपरी हिस्से में मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम ने एक लग्जरी होटल बनाया था, जिसके गार्डन का सारा पानी दीवार से होकर नीचे आता था। शुक्रवार को शाम से लगातार हो रही बारिश ने दीवार पर दबाव बढ़ा दिया, जिससे दीवार ढह गई और वहां मौजूद लोग इसकी चपेट में आ गए। मृतक और घायल लोग मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद, फूल आदि बेचने का काम करते थे।
दीवार की गुणवत्ता पर सवाल
स्मार्ट सिटी के अधिकारी नीरज पांडे के अनुसार, दीवार को केवल प्लास्टर और रंगाई-पुताई के जरिए सुंदर स्वरूप दिया गया था। हालांकि, पूरी दीवार को नया नहीं बनाया गया था, जिससे उसकी मजबूती पर सवाल उठ रहे हैं। इस दीवार को भगवान शिव के चित्रों से सजाया गया था, और मरम्मत का कार्य मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा कराया गया था।
जांच और कार्रवाई का आश्वासन
उज्जैन के संभाग आयुक्त संजय गुप्ता ने इस हादसे को दुखद बताया और कहा कि मामले की पूरी जांच की जाएगी। यदि कोई दोषी पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उज्जैन आईजी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि पहले रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा किया जा रहा है, उसके बाद पूरे मामले की विस्तृत जांच की जाएगी। नगर निगम, एसडीआरएफ और पुलिस संयुक्त रूप से रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं।
इस दुखद हादसे ने उज्जैन में सुरक्षा उपायों और निर्माण की गुणवत्ता पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।