AIN NEWS 1 लखनऊ : उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी पुलिस भर्ती परीक्षा की सुरक्षा और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए योगी सरकार ने विस्तृत योजना बनाई है। इस परीक्षा का आयोजन 23, 24, 25 और 30, 31 अगस्त को प्रदेश के 67 जिलों के 1174 केंद्रों पर किया जाएगा।
परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम
परीक्षा की शुचिता और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए कई सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर एक स्टैटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। इसके अलावा, केंद्र पर उपयुक्त पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों वाले केंद्रों पर पुलिस उपाधीक्षक, एक हजार तक के अभ्यर्थियों वाले केंद्रों पर इंस्पेक्टर, और पांच सौ तक के अभ्यर्थियों वाले केंद्रों पर सब इंस्पेक्टर नियुक्त किए गए हैं।
बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज की निगरानी
अभ्यर्थियों की पहचान और प्रवेश के लिए बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन अनिवार्य होगा। इसके साथ ही, सभी अभ्यर्थियों की स्क्रीनिंग, फ्रिस्किंग और फेशियल रिकॉग्निशन भी की जाएगी। फेशियल रिकॉग्निशन में किसी प्रकार की समस्या होने पर आधार ऑथेंटिकेशन की व्यवस्था की गई है।
इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के दुरुपयोग को रोकने के लिए सभी परीक्षा केंद्रों पर जैमर लगाए जाएंगे। इससे मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स निष्क्रिय हो जाएंगे।
प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की तैनाती
प्रदेश के जिलों में जनपदीय पर्यवेक्षक के रूप में जिलाधिकारी नियुक्त किए गए हैं। ये जिलाधिकारी केंद्र ड्यूटी, सेक्टर मजिस्ट्रेट और स्टैटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती सुनिश्चित करेंगे। इसके अलावा, अपर जिलाधिकारी को सहायक नोडल अधिकारी (प्रशासन) के रूप में नियुक्त किया गया है। उड़ान दस्ते भी नकलविहीन परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय रहेंगे।
सीसीटीवी निगरानी और लाइव फीड
परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनकी निगरानी केंद्र के कंट्रोल रूम, जनपद के कंट्रोल रूम और भर्ती बोर्ड के मुख्यालय के कंट्रोल रूम द्वारा की जाएगी।
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती की यह परीक्षा प्रदेश के युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है और सरकार ने इसे सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए सभी आवश्यक सुरक्षा और प्रशासनिक प्रबंध किए हैं।