AIN NEWS 1: पेरिस ओलंपिक में भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट ने एक नया इतिहास रचा है। वह ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गई हैं। विनेश की इस उपलब्धि पर पूरे देश में खुशी का माहौल है। उनके संघर्ष और सफलता की कहानी ने सोशल मीडिया पर भी ध्यान आकर्षित किया है।
विनेश फोगाट की जीत के बाद बृजभूषण सिंह, जो यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे हैं, की आलोचना हो रही है। फोगाट ने सड़क पर संघर्ष किया था और उनके विरोध प्रदर्शन के दौरान उनके आंसू भी वायरल हुए थे। अब उनकी इस सफलता पर बृजभूषण सिंह को निशाना बनाया जा रहा है।
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने नाम लिए बिना भाजपा और बृजभूषण सिंह पर कटाक्ष किया है। उन्होंने ट्वीट किया, “महान खिलाड़ी विनेश फोगाट की जीत सिर्फ उनके खेल की जीत नहीं है, बल्कि एक बड़ी मानसिक जीत भी है। उनके फ़ाइनल में पहुँचने पर उन्हें और देश के सच्चे खेल प्रेमियों को हार्दिक बधाई। फ़ाइनल में जीत के लिए शुभकामनाएँ!”
फोगाट के साथी पहलवान बजरंग पूनिया ने भी बृजभूषण सिंह को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि विनेश ने इतिहास रचा है और महिला कुश्ती में एक नया मानक स्थापित किया है।
सोशल मीडिया पर भी विनेश की जीत के बाद बृजभूषण सिंह को लेकर तीखे कमेंट्स आ रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “ये लड़की अपने देश में लातों से कुचली गई थी और सड़कों पर घसीटी गई थी।” वहीं, एक अन्य यूजर ने लिखा, “2020 के टोक्यो ओलंपिक के बाद इंडियन रेसलिंग फेडरेशन ने विनेश फोगाट को बैन कर दिया था और बृजभूषण सिंह ने कहा था कि विनेश ‘खोटा सिक्का’ है। अब उसकी मेहनत और पेरिस में उसकी सफलता इतिहास में दर्ज हो गई है।”
यूजर्स ने यह भी कहा कि विदेशों में सम्मान पाने वाली बेटियों को अपने ही देश में न्याय नहीं मिलता, और बृजभूषण सिंह की आलोचना की। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या सरकार अपने बेटों को मजबूत करने के बजाय बेटियों को न्याय देने में सक्षम है?
इस प्रकार, विनेश फोगाट की जीत ने न केवल खेल के क्षेत्र में नया मानक स्थापित किया है, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गई है।