AIN NEWS 1 : हरदोई (यूपी) में शनिवार को भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के कार्यकर्ताओं ने समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव का पुतला जलाया। यह कार्रवाई अखिलेश यादव के ‘मठाधीश और माफिया’ संबंधी बयान के विरोध में की गई।
इस घटना के दौरान कई भाजपाई कार्यकर्ता मामूली रूप से झुलस गए। स्थानीय पुलिसकर्मियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए झुलसे कार्यकर्ताओं को कंबल डालकर आग बुझाई।
घटनाक्रम का विवरण:
स्थान और समय: हरदोई के मोहल्ला सिनेमा चौराहा पर शनिवार दोपहर यह घटना घटी।
घटना का कारण: पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा साधू-संतों के संबंध में दिए गए विवादास्पद बयान के विरोध में भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने पुतला दहन किया।
पुतला दहन की प्रक्रिया: कार्यकर्ताओं ने पुतला जलाते समय जमकर नारेबाजी की। इस दौरान पुतला छीनने की कोशिश के दौरान झगड़ा भी हुआ।
झुलसने के मामले: पुतला जलाने के दौरान जिलाध्यक्ष आकाश सिंह समेत तीन कार्यकर्ता मामूली रूप से झुलस गए। पुलिस ने अधजले पुतले को बुझाया और पुतला गिर जाने के कारण छीनाझपटी भी हुई।
सपा की प्रतिक्रिया:
समाजवादी पार्टी ने इस घटना की निंदा की और कहा कि बीजेपी की चालों को समझने में असमर्थ युवाओं के जल्दी स्वस्थ होने की कामना की। सपा ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह किसी के प्रति सगी नहीं है और उसकी राजनीति केवल विवाद और हिंसा पर आधारित है।
भाजयुमो का बयान:
भाजयुमो के जिलाध्यक्ष ने अखिलेश यादव के बयान को निंदनीय बताते हुए कहा कि उन्होंने साधू-संतों का अपमान किया है। उन्होंने पुतला जलाने की घटना के बाद झुलसे कार्यकर्ताओं की हालत के बारे में भी जानकारी दी और पुलिस द्वारा पुतले को बुझाए जाने की घटना की भी आलोचना की।
इस प्रकार, हरदोई में पुतला दहन के दौरान हुई हिंसक घटना और उसके बाद की स्थिति ने क्षेत्र में तनाव पैदा कर दिया है।