All India news 1: 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर नागपुर के तहसील थाने में हुए एक विवाद ने पुलिसकर्मियों को मुश्किल में डाल दिया है। इस दिन, जब ध्वजारोहण के बाद थाने का माहौल खुशी से भरा हुआ था, पुलिसकर्मियों ने यूनिफॉर्म में रहते हुए फिल्मी गाने पर डांस किया। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद, चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
मामला क्या है?
15 अगस्त की सुबह 6:45 बजे, तहसील थाने में ध्वजारोहण के बाद उत्सव का माहौल था। इस खुशी के माहौल में पुलिसकर्मियों ने थाने के भीतर मौजूद स्पीकर और माइक का इस्तेमाल करते हुए फिल्मी गाने गाए और डांस किया। विशेष रूप से, ‘खाइके पान बनारस वाला’ गाने पर उन्होंने डांस किया। यह वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर फैल गया, और विभिन्न टिप्पणियों का सामना करना पड़ा।
कुछ लोगों ने पुलिसकर्मियों के डांस को उनका मनोरंजन मानते हुए इसका समर्थन किया, जबकि अन्य ने इसे आपत्ति जनक बताया। वीडियो की वायरल होने के बाद, आला अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लिया और त्वरित कार्रवाई की।
आवश्यक कार्रवाई
परिमंडल-3 के डीसीपी राहुल मदने ने चारों पुलिसकर्मियों के खिलाफ निलंबन का आदेश जारी किया। निलंबित किए गए पुलिसकर्मियों में तहसील थाने के ASI संजय पाटणकर, हेड कांस्टेबल अब्दुल कय्युम गणी, भाग्यश्री गिरी, और कांस्टेबल निर्मला गवली शामिल हैं। इन पुलिसकर्मियों को तीन महीने के लिए निलंबित कर दिया गया है।
कारण और निर्देश
आदेश में स्पष्ट किया गया कि पुलिस एक अनुशासनप्रिय बल है और शासकीय गणवेश में रहते हुए पुलिसकर्मियों की छवि जनसामान्य में सम्मानजनक होनी चाहिए। पहले भी आला अधिकारियों ने इस बात की चेतावनी दी थी कि पुलिसकर्मियों को अपनी भूमिका और गणवेश के प्रति आदर रखना चाहिए। फिर भी, फिल्मी गानों पर डांस करने के कारण पुलिस की छवि को धक्का पहुंचा है, जिसे देखते हुए अधिकारियों ने इस कदम को उठाया।
इस मामले ने साबित किया है कि सार्वजनिक स्थान पर पुलिसकर्मियों की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जाती है, और उनके व्यवहार से समाज पर पड़ने वाले प्रभाव को गंभीरता से लिया जाता है।