AIN NEWS 1 | इस साल सर्दियों का मौसम लंबा और अधिक ठंडा रहने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, ला नीनो की सक्रियता के कारण इस बार सर्दियों का सीजन पहले शुरू होने और कड़ाके की ठंड पड़ने की पूरी संभावना है। पिछले कुछ सालों से सर्दियों की शुरुआत सामान्य से देरी से हो रही थी, लेकिन इस बार अक्टूबर से ही सर्दी की आहट महसूस हो सकती है।
ला नीनो की सक्रियता मानसून और सर्दियों दोनों पर असर डाल रही है। मौसम विशेषज्ञ डॉ. एके सिंह के अनुसार, ला नीनो का प्रभाव 90 दिनों के बाद स्पष्ट होता है, और इसका असर इस बार सर्दी के सीजन को भी प्रभावित करेगा। मौसम विभाग का अनुमान है कि इस बार मानसून की विदाई देर से होगी, जिससे सर्दियों का आगमन भी जल्दी होगा और इसका स्पेल लंबा चलेगा।
उत्तर भारत, मध्य भारत, और पश्चिमी क्षेत्रों में अधिक बारिश हो रही है, जो कि मानसून की उच्च सक्रियता को दर्शाता है। यह बारिश सितंबर के अंत तक जारी रह सकती है, जिसके बाद ठंड का मौसम धीरे-धीरे शुरू होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि अक्टूबर से जनवरी तक सर्दियों का लंबा सीजन रहेगा, और इस दौरान ठंड की तीव्रता भी अधिक हो सकती है।
इसके साथ ही, पहाड़ी इलाकों में भी इस साल बर्फबारी अधिक होने की संभावना जताई जा रही है। हालाँकि, मौसम विभाग ने अभी सर्दियों को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इस साल का सर्दी का मौसम पिछले कुछ सालों से ज्यादा ठंडा और लंबा होगा।