AIN NEWS 1: हिचकी एक आम समस्या है, लेकिन अगर यह लंबे समय तक बनी रहे, तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत भी हो सकती है। आइए जानते हैं हिचकी के कारण और इससे निपटने के उपाय:
हिचकी आने के कारण
हिचकी के पीछे एक मुख्य कारण है हमारे शरीर की मांसपेशियों का अचानक संकुचन। विशेष रूप से, डायाफ्राम (पेट और फेफड़ों के बीच की मांसपेशी) का अचानक सिकुड़ना हिचकी का कारण बनता है। इसके अतिरिक्त, हिचकी आने के कुछ सामान्य कारण निम्नलिखित हो सकते हैं:
– अत्यधिक भोजन : अधिक भोजन करने से पेट फूल जाता है, जिससे हिचकी आ सकती है।
– तेज गर्मी या ठंडी चीजें : अत्यधिक ठंडी या गर्म चीजों का सेवन भी हिचकी का कारण बन सकता है।
– तेज़ बोलना या हंसना : अचानक हंसी या तेजी से बोलने से भी हिचकी आ सकती है।
– तनाव और चिंता : मानसिक तनाव या चिंता भी हिचकी को ट्रिगर कर सकते हैं।
हिचकी को रोकने के उपाय
अधिकतर हिचकी कुछ समय में खुद ही ठीक हो जाती है। लेकिन अगर हिचकी लंबे समय तक बनी रहे, तो निम्नलिखित उपायों को अपनाने की कोशिश करें:
1. पानी पीना : धीरे-धीरे पानी पीने से हिचकी अक्सर बंद हो जाती है।
2. चीनी का सेवन : एक चम्मच चीनी चूसने से भी हिचकी बंद हो सकती है।
3. नमक और चीनी का मिश्रण : पानी में थोड़ी सी चीनी और नमक डालकर पीने से भी हिचकी खत्म हो सकती है।
जब हिचकी दो दिन या उससे अधिक समय तक रहे
अगर हिचकी लगातार दो दिनों तक बनी रहती है, तो यह एक स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकती है। ऐसे मामलों में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। लंबे समय तक हिचकी आना, जिसे इंट्रेक्टेबल हिचकी कहा जाता है, निम्नलिखित समस्याओं का संकेत हो सकता है:
– फेफड़ों में रक्त का थक्का : लगातार हिचकी से फेफड़ों में थक्का जम सकता है।
– अर्थराइटिस : हिचकी लंबे समय तक रहने पर अर्थराइटिस का कारण बन सकती है।
– गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं : अन्य गंभीर बीमारियां भी हिचकी का कारण बन सकती हैं।
यदि हिचकी का इलाज घर के उपायों से नहीं हो रहा है, तो विशेषज्ञ से परामर्श करना अत्यंत आवश्यक है। अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उचित इलाज कराएं।