Donkey Milk: दूध को स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि इसमें कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन बी और विटामिन डी जैसे पोषक तत्व होते हैं। आमतौर पर लोग गाय, भैंस, और बकरियों का दूध पीते हैं। भारत में दूध उत्पादन का दुनिया में सबसे बड़ा हिस्सा है, लेकिन आज हम बात कर रहे हैं एक विशेष प्रकार के दूध की – गधी के दूध के बारे में।
गधी का दूध इतना महंगा क्यों है?
गधी का दूध सामान्य दूध से काफी महंगा बिकता है। जहां गाय और भैंस का दूध 60-80 रुपये प्रति लीटर मिलता है, वहीं गधी का दूध 5000 से 6000 रुपये प्रति लीटर तक बिकता है। इसकी महंगी कीमत के पीछे कई कारण हैं:
- स्वास्थ्य लाभ: गधी के दूध को कई स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है। यह विशेष रूप से इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है और कई त्वचा समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है।
- ब्यूटी इंडस्ट्री: गधी का दूध ब्यूटी प्रोडक्ट्स में भी इस्तेमाल किया जाता है। यह त्वचा को निखारने और एंटी-एजिंग प्रभाव के लिए जाना जाता है। मिस्र की रानी क्लियोपेट्रा के बारे में यह कहा जाता है कि वह अपनी खूबसूरती बनाए रखने के लिए गधी के दूध से स्नान करती थीं।
- एलर्जी का समाधान: जिन लोगों को गाय या भैंस के दूध से एलर्जी होती है, वे गधी के दूध से बने प्रोडक्ट्स का सेवन कर सकते हैं, क्योंकि यह कम एलर्जेनिक होता है।
- विशेष पनीर: नॉर्दर्न सर्बिया में गधी के दूध से बनने वाला पनीर “फ्यूल चीज” के नाम से जाना जाता है और इसकी कीमत 70,000 रुपये प्रति किलोग्राम तक होती है।
भारत में गधी के दूध का कारोबार
गधी के दूध का कारोबार भारत में तेजी से बढ़ रहा है, और विशेष रूप से राजस्थान और गुजरात जैसे राज्यों में यह प्रचलित है:
- राजस्थान में खरानी नस्ल की गधी का दूध काफी प्रसिद्ध है।
- गुजरात में हलारी गधी का दूध बेचा जाता है।
इन दोनों राज्यों में गधी के दूध की मांग में इजाफा हो रहा है और लोग इसे एक खास उत्पाद के रूप में बेच रहे हैं।
निष्कर्ष
गधी के दूध की बढ़ती मांग और इसके स्वास्थ्य संबंधी लाभों के कारण यह अब एक प्रीमियम उत्पाद बन चुका है। हालांकि इसकी कीमत ज्यादा है, लेकिन इसके फायदे और विशिष्टता के चलते लोग इसे खरीदने के लिए तैयार हैं।