हैदराबाद: हैदराबाद के बंजारा हिल्स क्षेत्र में एक सड़क किनारे के विक्रेता से मोमोज खाने के बाद 33 वर्षीय महिला रेशमा बेगम की मौत हो गई और 20 से अधिक लोग गंभीर फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए। यह घटना 25 अक्टूबर को खैरताबाद इलाके में हुई थी।
क्या हुआ?
रेशमा बेगम, जो कि एक सिंगल मदर थीं, ने अपनी 12 और 14 साल की बेटियों के साथ सड़क के एक विक्रेता से मोमोज खाए थे। मोमोज खाने के तुरंत बाद ही तीनों में पेट दर्द, उल्टी और दस्त की शिकायतें शुरू हो गईं। अन्य पीड़ितों को भी खाने के कुछ देर बाद ही यही लक्षण महसूस हुए।
पुलिस की जांच
बंजारा हिल्स पुलिस थाने के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर राम बाबू ने पीटीआई को बताया कि इस घटना की शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मोमोज बेचने वाला दुकानदार बिना फूड सिक्योरिटी लाइसेंस के काम कर रहा था और बेहद अस्वच्छ परिस्थितियों में मोमोज तैयार किए जा रहे थे।
अस्वच्छ तरीके से हो रही थी मोमोज की तैयारी
पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि मोमोज का आटा बिना किसी पैकेजिंग के फ्रिज में रखा गया था और फ्रिज का दरवाजा भी टूटा हुआ था। ये अस्वच्छ स्थितियां फूड पॉइजनिंग का कारण हो सकती हैं। जांच टीम ने विक्रेता के सभी खाद्य सामग्री के नमूने प्रयोगशाला में भेज दिए हैं।
हत्या का मामला दर्ज, दो लोग हिरासत में
रेशमा बेगम के परिवार की शिकायत पर, पुलिस ने फूड सेफ्टी विभाग के सहयोग से आरोपी विक्रेता का पता लगाया। इस मामले में मोमोज स्टॉल के दो संचालकों को हिरासत में लिया गया है और उनके खिलाफ हत्या के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे सड़क किनारे अस्वच्छ और बिना लाइसेंस वाले विक्रेताओं से खाद्य सामग्री खरीदने से बचें ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।