AIN NEWS 1: उत्तराखंड के बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड ने एक बार फिर नया मोड़ ले लिया है। जिस केस ने पूरे देश को झकझोर दिया था, वह अब फिर से सुर्खियों में है। इस बार वजह है—“उस रात” से जुड़ा कथित ऑडियो लीक, और पूर्व भाजपा विधायक की पत्नी उर्मिला सनावर का एक्सक्लूसिव बयान।
लगभग दो साल बाद भी यह सवाल कायम है कि आखिर अंकिता को इंसाफ कब मिलेगा?
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🔴 ‘उस रात’ का ऑडियो: क्या सच सामने आने वाला है?
मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि अंकिता भंडारी की मौत से जुड़ी उस रात की बातचीत का ऑडियो अब सामने आया है। हालांकि, अभी तक इस ऑडियो की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन इसके सामने आने के दावे ने पूरे मामले को फिर से गर्मा दिया है।
इस कथित ऑडियो में रिसॉर्ट, वीआईपी मेहमानों और दबाव की बातों का ज़िक्र होने का दावा किया जा रहा है। यदि यह ऑडियो जांच एजेंसियों द्वारा प्रमाणित होता है, तो यह केस की दिशा ही बदल सकता है।
🔴 उर्मिला सनावर का बड़ा बयान: “सच दबाया जा रहा है”
पूर्व भाजपा विधायक की पत्नी उर्मिला सनावर ने पहली बार खुलकर अंकिता केस पर बयान दिया है। उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि—
“अंकिता के साथ जो हुआ, वह सिर्फ एक हत्या नहीं बल्कि सिस्टम की नाकामी है। सच को जानबूझकर दबाया गया।”
उर्मिला का कहना है कि घटना के बाद से ही राजनीतिक दबाव, रसूखदार लोगों की भूमिका और जांच की दिशा पर सवाल उठते रहे हैं। उन्होंने यह भी इशारा किया कि कुछ बड़े नामों को बचाने की कोशिश हुई।
🔴 राजनीति की एंट्री: विधायक उमेश कुमार का बयान
इस पूरे मामले में अब विधायक उमेश कुमार की भी एंट्री हो चुकी है। उन्होंने खुलकर कहा कि—
“अगर अंकिता को इंसाफ चाहिए, तो इस केस की निष्पक्ष जांच जरूरी है, चाहे उसमें कितने ही बड़े नाम क्यों न सामने आएं।”
विधायक के इस बयान के बाद सियासी हलकों में हलचल तेज हो गई है। विपक्ष एक बार फिर सरकार पर सवाल उठा रहा है कि क्या प्रभावशाली लोगों को बचाया जा रहा है?
🔴 अंकिता कौन थी? एक आम लड़की की असामान्य मौत
अंकिता भंडारी कोई बड़ी हस्ती नहीं थी। वह एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखती थी और उत्तराखंड के एक रिसॉर्ट में नौकरी कर रही थी। लेकिन उसकी मौत ने पूरे सिस्टम को कटघरे में खड़ा कर दिया।
परिवार का आरोप है कि अंकिता पर वीआईपी मेहमानों को “स्पेशल सर्विस” देने का दबाव बनाया गया था, और जब उसने इसका विरोध किया, तो उसकी हत्या कर दी गई।
🔴 जांच पर सवाल: क्या पूरी सच्चाई सामने आई?
हालांकि पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है और आरोपी जेल में हैं, लेकिन—
कथित वीआईपी कौन थे?
उस रात रिसॉर्ट में क्या हुआ?
मोबाइल कॉल्स और चैट्स पूरी तरह सार्वजनिक क्यों नहीं की गईं?
ये सवाल आज भी लोगों के मन में हैं।
🔴 जनता का गुस्सा और सोशल मीडिया का दबाव
अंकिता हत्याकांड के बाद सड़कों से लेकर सोशल मीडिया तक भारी आक्रोश देखने को मिला। #JusticeForAnkita ट्रेंड करता रहा, लेकिन समय के साथ मामला ठंडा पड़ता दिखा।
अब ऑडियो लीक और नए बयानों के बाद जनता फिर से सवाल पूछ रही है— क्या सच को हमेशा दबा दिया जाएगा?
🔴 परिवार की पीड़ा: “हमें बस इंसाफ चाहिए”
अंकिता के माता-पिता आज भी उसी सवाल के साथ जी रहे हैं—
“हमारी बेटी का कसूर क्या था?”
परिवार का कहना है कि उन्हें मुआवज़ा नहीं, सिर्फ सच्चाई और दोषियों को सज़ा चाहिए।
🔴 आगे क्या?
अब सबकी निगाहें जांच एजेंसियों पर हैं। यदि कथित ऑडियो की पुष्टि होती है, तो—
दोबारा जांच की मांग तेज होगी
राजनीतिक जिम्मेदारी तय करने का दबाव बढ़ेगा
और अंकिता केस एक बार फिर राष्ट्रीय मुद्दा बन सकता है
अंकिता भंडारी हत्याकांड सिर्फ एक लड़की की हत्या नहीं, बल्कि सत्ता, सिस्टम और संवेदनहीनता की कहानी है। उर्मिला सनावर के बयान, ऑडियो लीक के दावे और नेताओं की एंट्री ने यह साफ कर दिया है कि यह मामला अभी खत्म नहीं हुआ है।
अब सवाल सिर्फ यही है— क्या अंकिता को सच में इंसाफ मिलेगा, या यह केस भी फाइलों में दफन हो जाएगा?



















