Monday, January 27, 2025

अखिलेश यादव ने संगम में किए 11 डुबकी, कहा- सहनशीलता से नहान करें भाजपा नेता?

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अखिलेश यादव ने संगम में 11 डुबकी लगाई, भाजपा को दिया सहनशीलता का संदेश

Akhilesh Yadav Takes 11 Dips in Sangam, Urges BJP to Embrace Tolerance

 

AIN NEWS 1: रविवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रयागराज के महाकुंभ में संगम में स्नान किया। उन्होंने 11 डुबकी लगाई और सूर्य को अर्घ्य देकर आशीर्वाद मांगा। उनके साथ सपा नेता और कार्यकर्ता भी मौजूद थे। संगम स्नान के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। जल पुलिस ने रस्सी का घेरा बनाकर सुरक्षा सुनिश्चित की।

अखिलेश रविवार सुबह चार्टर्ड प्लेन से लखनऊ से प्रयागराज एयरपोर्ट पहुंचे। वहां बड़ी संख्या में समर्थक उनका स्वागत करने पहुंचे, जिससे थोड़ी देर तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा।

संगम स्नान के बाद अखिलेश का संदेश

स्नान के बाद मीडिया से बातचीत में अखिलेश यादव ने कहा, “मुझे संगम पर 11 डुबकी लगाने का मौका मिला। महाकुंभ एक ऐतिहासिक आयोजन है, जो 144 साल बाद इस तिथि पर आया है। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि देश में सौहार्द्र और सहनशीलता बनी रहे। जनता का कल्याण हो।”

 

उन्होंने महाकुंभ के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “जब सपा सरकार थी, तो कम संसाधनों में भी कुंभ का आयोजन बेहतर तरीके से किया गया। इसकी प्रशंसा हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने भी की थी।”

भाजपा पर साधा निशाना

अखिलेश ने भाजपा नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा, “भाजपा के नेता दावा करते हैं कि इससे भव्य आयोजन कभी नहीं हुआ। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि कुंभ में पुण्य और दान के लिए सहनशीलता के साथ आएं, इसे वॉटर स्पोर्ट्स का मंच न बनाएं।”

मुलायम सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण

संगम स्नान के बाद अखिलेश यादव सेक्टर-16 में मुलायम सिंह यादव की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे। उन्होंने वहां महाकुंभ की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाते हुए कहा, “भाजपा सरकार ने जो इंतजाम किए हैं, वे उम्मीदों के अनुरूप नहीं हैं। कुल काम का केवल 20% ही पूरा हुआ है।”

भाजपा का पलटवार

भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने अखिलेश के संगम स्नान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “चलो, देर आए दुरुस्त आए। अब शायद संगम स्नान के बाद अखिलेश के मन को शांति मिले। उन्हें महाकुंभ की व्यवस्थाओं की तारीफ करनी चाहिए, न कि अनर्गल आरोप लगाने चाहिए।”

अखिलेश के बयान और कुंभ से जुड़े विवाद

1. 29 दिसंबर 2024: लखनऊ में अखिलेश ने कहा था कि कुंभ में निमंत्रण नहीं दिया जाता। लोग अपने विश्वास के आधार पर आते हैं।

2. 15 जनवरी 2025: हरिद्वार में उन्होंने महाकुंभ की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाए और सरकार से कमियां दूर करने की अपील की।

3. 16 जनवरी 2025: लखनऊ में अखिलेश ने भाजपा पर आंकड़ों में फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए कहा कि कुंभ के लिए विशेष ट्रेनें भी खाली जा रही हैं।

2013 और 2019 के कुंभ में भी लगे डुबकी

अखिलेश यादव 2013 और 2019 के कुंभ में भी डुबकी लगा चुके हैं। 2013 में सपा सरकार के दौरान आयोजित महाकुंभ को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने सराहा था। अखिलेश इसे अपनी सरकार की उपलब्धि के रूप में बार-बार उजागर करते रहे हैं।

अखिलेश का संदेश

अखिलेश ने संगम स्नान को सौहार्द्र और सहनशीलता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम हमें एकता का संदेश देता है। हमें भी सामाजिक और धार्मिक स्तर पर इस प्रेरणा को अपनाना चाहिए।

Samajwadi Party Chief Akhilesh Yadav took 11 holy dips in the Sangam during the Prayagraj Mahakumbh 2025, promoting harmony, tolerance, and unity. Speaking to the media, he urged BJP leaders to embrace the spiritual essence of the event and criticized their claims about the grand arrangements. Akhilesh reflected on the efficient Mahakumbh management during SP’s governance and highlighted its acknowledgment by institutions like Harvard University.

 

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सत्यमेव जयते नानृतं सत्येन पन्था विततो देवयानः।
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