- अडानी-गहलोत की मुलाकात पर राहुल गांधी का बयान आया
- शुक्रवार को राजस्थान इंवेस्ट समिट में हुई अडानी-गहलोत की मुलाकात
- राजस्थान में अडानी ने भारी निवेश करने का किया है एलान
AIN NEWS 1। एशिया के सबसे रईस शख्स गौतम अडानी की राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के साथ हुई मुलाकात का जिक्र हर तरफ हो रहा है। ऐसे में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की प्रतिक्रिया जानने का हर किसी को इंतजार था। आखिरकार राहुल गांधी ने 24 घंटे बाद गहलोत-अडानी मुलाकात पर अपनी चुप्पी को तोड़ ही दिया है। उनसे जब इस मुलाकात के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गौतम अडानी को कोई खास ट्रीटमेंट नहीं दिया है और ना ही अपनी राजनीतिक ताकत का इस्तेमाल उनके कारोबार को मदद पहुंचाने में किया है। गौतम अडानी ने राजस्थान में 60 हज़ार करोड़ रुपये से ज्यादा के निवेश का प्रस्ताव रखा है जिसके लिए किसी भी राज्य का मुखिया मना नहीं करेगा।
राजस्थान में अडानी 65 हज़ार करोड़ रुपए निवेश करेंगे
गौरतलब है कि दुनिया के टॉप 5 रईसों में शामिल गौतम अडानी शुक्रवार को जयपुर में थे. उन्होंने Invest Rajasthan 2022 Summit के दौरान राजस्थान में 65 हज़ार करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव रखा था जिससे आने वाले 5 से 7 साल में राज्य में 40 हज़ार नए रोजगार के मौके पैदा होंगे। गौतम अडानी ने कहा था कि अडानी ग्रुप राजस्थान में पावर सेक्टर में पहले से बड़ा इंवेस्टर है। वहीं अंबुजा सीमेंट और एसीसी के अधिग्रहण के बाद वह दूसरी सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी भी बन गई है जिसके राज्य में 3 प्लांट हैं। ऐसे में सीमेंट सेक्टर में भी अडानी ग्रुप निवेश की रकम को बढ़ाएगा। अडानी ग्रुप राजस्थान में अभी 35 हज़ार करोड़ से ज्यादा का निवेश कर चुका है। अब आने वाले 5 से 7 साल में पावर सेक्टर में 50 हज़ार करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश करेगा। इसके अलावा सीमेंट सेक्टर में भी 7 हज़ार करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। इस तरह आने वाले कुछ बरसों में राजस्थान में कुल 65 हज़ार करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश होगा जिससे राज्य में 40 हज़ार डायरेक्टर और इनडायरेक्ट रोजगार का निर्माण होगा।
गौतम अडानी ने अशोक गहलोत की जमकर तारीफ की
इस इंवेस्टर समिट में गौतम अडानी ने अशोक गहलोत की जमाकर तारीफ की थी। अडानी ने कहा था कि जब वो राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पहली बार मिले थे, तब उन्होंने राज्य के पावर सेक्टर में इंवेस्ट करने की इच्छा जाहिर की थी। उन्हें याद है कि तब मुख्यमंत्री ने तुरंत उनको समर्थन दिया था और प्रशासन को जमीन, जल और बाकी मंजूरियां जल्द से जल्द देने का निर्देश दिया। उन्होंने इतनी तेजी से फैसला लेने की प्रक्रिया को पहली बार देखा था। यही वजह है कि कावई का 1,320 मेगावाट का पावर प्लांट महज 3 साल में पूरा हो गया था। ये भारत में सबसे तेजी से बने बिजली प्लांट का निर्माण है।
अडानी को लेकर राहुल ने हमेशा पीएम मोदी पर किया है हमला
अडानी ने राजस्थान सरकार की जागृति बैक टू वर्क योजना, शक्ति उड़ान योजना और मुख्यमंत्री अनु-प्रीति कोचिंग योजना की जमकर तारीफ की थी। राहुल गांधी अक्सर अपने राजनीतिक भाषणों में मुकेश अंबानी और गौतम अडानी का नाम लेकर केन्द्र सरकार पर निशाना साधते रहे हैं. वो नरेन्द्र मोदी सरकार पर सिर्फ चुनिंदा कारोबारियों के लिए काम करने का आरोप लगाते रहे हैं।