AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव की डुगडुग के साथ ही भाजपा सरकार और संगठन ने अपने मंत्रियों को भी अब पूरी तरह चुनावी तैयारियों में ही लग जाने को कह दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सभी मंत्रियों से कहा कि वे अपनें रिश्तेदारों के लिए टिकट का दबाव बिलकुल न बनाएं। योग्य और जिताऊ उम्मीदवार ही चुने जाएं लेकिन इनका चयन सर्व सहमति से होना चाहिए। मंत्री देंखें कि कोई भी बागी न होने पाएं। और प्रभारी मंत्रियों को भी सिर्फ प्रभार वाले जिले में ही नहीं, अपने गृह जिले में भी पार्टी के प्रत्याशियों की जीत को सुनिश्चित करने की पूरी चिंता करनी है। उसके अलावा भी जरूरत पड़ने पर अन्य स्थानों पर भी मंत्रियों के प्रवास यथासंभव लगाए जाएंगे।मुख्यमंत्री ने सोमवार को अपने आवास पर हुई सभी मंत्रियों की बैठक में यह बातें कहीं। इस बैठक में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने भी मंत्रियों को संगठन से समन्वय बनाते हुए अधिकाधिक निकाय जीतने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में कहा गया हारी सीटों पर करें ज्यादा फोकस
सीएम ने आगे कहा कि सभी मंत्रियों की जिम्मेदारी होगी कि टिकट वितरण में कोई भी नाराजगी न होने पाएं। कोई भी पार्टी विरोधी गतिविधि नहीं होनी चाहिए। नाराज होने वालों से भी मंत्रियों को बात कर उन्हें समझाना होगा। चुनाव में पार्टी पूरी तरह से एकजुट नजर आनी ही चाहिए। मंत्रियों और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को सिर्फ नगर निगमों पर ही नहीं बल्कि नगर पालिका और नगर पंचायत अध्यक्षों व सभासदों के पद पर पार्टी प्रत्याशियों की जीत को सुनिश्चित करने के लिए जी-जान से काम करना होगा। खासतौर से उन सभी निकायों पर फोकस करना है, जहां पिछले चुनावों में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। निकाय चुनाव की पूरी तरह अहमियत पर जोर देते हुए सीएम ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए यह एक नींव तैयार करने वाला चुनाव है। मुख्यमंत्री ने प्रभारी मंत्रियों को भी अपने-अपने जिलों में रहने का निर्देश दिया गया है।
उन्होने कहा मुस्लिम प्रत्याशियों को भी दिया जाएगा मौका
बैठक में अन्य पिछड़ा वर्ग के पार्टी कार्यकर्ताओं को आरक्षण का पूरा लाभ देते हुए उन्हे उम्मीदवार बनाया जाने को भी कहा गया है। साथ ही पार्टी को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि जहां पर सामान्य सीटे भी ओबीसी के पार्टी कार्यकर्ता अपना प्रभाव बनाए हुए हैं और उनके जीतने के काफ़ी आसार हैं तो उन्हें भी उम्मीदवार घोषित किया जाए। इस बैठक में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेन्द्र सिंह के उस बयान को फिर दोहराते हुए तय किया गया कि इस बार निकाय चुनाव में मुस्लिम प्रत्याशियों को भी बतौर भाजपा के प्रत्याशी मैदान में उतारा जाएगा।
आगे उन्होने कहा प्रत्याशियों के नामों के पैनल तैयार कर भेजे जाएंगे
सीएम ने कहा कि पहले चरण के चुनाव के लिए सभी प्रभारी मंत्रियों को जिलों में बनी संगठन की कोर कमेटी के साथ 12 अप्रैल तक अपनी बैठक करनी है। इसी बैठक में सर्वसम्मति से प्रत्याशियों के नामों को तैयार कर प्रदेश को इसकी लिस्ट भेजे। ठीक इसी तरह दूसरे चरण में भी चुनाव के लिए 15 अप्रैल तक बैठक कर प्रत्याशियों के पैनल तय किए जाने हैं। महापौर, नगर पालिका के चेयरमैन और नगर निगमों के पार्षदों के टिकटों की घोषणा प्रदेश स्तर से ही होगी। उन्होंने हिदायत दी कि चुनाव प्रचार करते वक्त आचार संहिता का पूरा पालन करें।