AIN NEWS 1: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को बीजेपी के खिलाफ गठबंधन पर एक बहुत बड़ा एलान कर दिया है. सपा प्रमुख के इस एलान के बाद से ही बीजेपी (BJP) के विरोधियों की चिंता काफ़ी ज्यादा बढ़ गई है. उन्होंने कहा है कि इस निकाय चुनाव में सपा का सीधा मुकाबला बीजेपी के साथ ही होगा.और अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि नगर निकाय चुनाव में ही समाजवादी पार्टी अपने गठबंधन के सहयोगियों के साथ मे बातचीत कर अपना चुनाव लड़ेगी. सपा मुख्यालय से रविवार को जारी एक बयान में यह भी जानकारी दी गयी. की सपा प्रमुख ने कहा कि ”बीजेपी ने अब स्मार्ट सिटी के नाम पर जनता को काफ़ी धोखा दिया है, नगरों में भी कूड़ा भरा पड़ा है, नालियों में गन्दगी है, यहां सफाई नहीं है अैर सफाई न होने से नगरों में भी बड़े पैमाने पर डेंगू फैला, व्यापारी काफ़ी परेशान है, इसलिए नगर निकाय चुनाव में जनता भाजपा को बेहद कड़ा सबक सिखाएगी.
जाने ”इन्हें लगा झटका
दरअसल, बीजेपी के खिलाफ जेडीयू अध्यक्ष लल्लन सिंह ने यूपी में सपा गठबंधन के साथ जाने की काफ़ी संभावना जताई थी. लेकिन स्थानीय निकाय चुनाव में ऐसा होता फिलहाल नजर नहीं आ रहा है. हालांकि अखिलेश यादव पहले भी कई मौकों पर ये बात पूरी तरह स्पष्ट कर चुके हैं कि सपा अपने गठबंधन के सहयोगियों के साथ ही इस लोकसभा चुनाव को भी लड़ेगी. लेकिन लल्लन सिंह के बयान के बाद यह अटकलें शुरू हो गई थी कि शायद जेडीयू सपा गठबंधन के साथ मे रहे. पल्लवी पटेल की बीते दिनों नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद लल्लन सिंह का ये भी बयान आया था. बता दें कि सपा ने 2022 में यूपी विधानसभा चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पौत्र जयंत चौधरी की अगुवाई वाले आरएलडी, सुभासपा, कृष्णा पटेल की अपना दल (कमेरावादी), डॉक्टर संजय चौहान की जनवादी पार्टी, केशव देव मौर्य के महान दल और प्रसपा के साथ ही लड़ा था. हालांकि मैनपुरी उपचुनाव के बाद सपा में प्रसपा का भी विलय हो गया था.