Ainnews1.Com:- गाय की देखरेख और उनका पालन पोषण करने मे नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी के द्वारा बनी एक नई नीति शुरू की गयी है। यदि यह नीति नोएडा में कारगर रही। तो पूरे देश भर मे जगह-जगह बने गोवंश आश्रय स्थलों के लिए यह एक बेहद ही अच्छा मॉडल साबित हो सकता हैं। नोएडा प्राधिकरण की प्रमुख कार्यपालक अधिकारी ऋतु महेश्वरी में अफसरों को निर्देश दिए हैं कि नोएडा सेक्टर -135 में जो अस्थाई गोवंश आश्रय स्थल व शनिदेव मंदिर के पास स्थित गौशाला में उत्पादित दूध की बिक्री के लिए किसी एजेंसी अथवा सोसाइटी में बातचीत करके दूध बेचने का एक मॉडल तैयार किया जाए। शनि मंदिर के पास गोवंश आश्रय स्थल में अधिक से अधिक बेसहारा गायों को लाने के निर्देश दिए हैं वही अन्य निर्माण और सुविधाओं को ठीक करने के लिए आदेश दिए हैं । वहीं आश्रय स्थलों में व्यापक सुधार निर्माण तथा अन्य सुविधाएं बनाने के लिए भी आदेश दिए गए हैं
वही सड़कों पर घूमने वाली आवारा गायों को रखने के लिए प्राधिकरण ने शनि मंदिर के पास सेक्टर 135 में आश्रय स्थल बनाए हैं इनमें हजारों गायों को रखा गया है। इन गायों को खिलाने पिलाने तथा इलाज के लिए बेहतर तरीके से इनको रखने के लिए नोएडा प्राधिकरण द्वारा बेहद ही अच्छी व्यवस्था की गई है।प्राधिकरण द्वारा पशुओं को ताजा चारा खिलाने के लिए मशीन भी स्थापित की गई हैं।प्राधिकरण अब इन गायों का उत्पादित दूध निकालकर बेचने की योजना बना रहे है। ताकि दूध की बिक्री से प्राप्त धनराशि का उपयोग गाय के रखरखाव व संवर्धन में किया जा सके। इससे जहां सड़कों पर आवारा गाय से निजात मिलेगी, और साथ ही वहीं गायों का बेहतर संवर्धन भी हो सकेगा। सीईओ की यह पहल नोएडा में सफल रही,तो प्रदेश के अन्य इलाकों में भी इसे लागू कर दिया जाएगा। यह योजना पूरे देश के लिए एक मॉडल बन सकती है।