Ainnews1.com:– आजमगढ़ जिला कारागार के औचक निरीक्षण के मामले में बरामद हुए मोबाइल के काल डिटेल रिपोर्ट इक्कठा करने की तैयारी में पुलिस जुटी हुई है। इसके बाद कई सफेदपोशों के चेहरे बेनकाब होने की पूरी संभावना है।जेल से 12 मोबाइल बरामद होने के बाद जेलर-डिप्टी जेलर समेत दो बंदीरक्षकों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है। तो वहीं आठ बंदियों पर भी मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। अब कॉल डिटेल रिपोर्ट में बड़ा खुलासा होने से मना नहीं किया जा सकता। कई नामी और सफेदपोश लोग सामने आ सकते हैं।जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज व पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य बीते 26 जुलाई को जिला कारागार का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान जेल में जमीन में दबा कर रखे गए 12 मोबाइल फोन, चार चार्जर, एक टीवी, 98 पुड़िया गांजा के साथ अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद किया गया था। जिसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। तो वहीं एसपी के निर्देश पर सिधारी थाने में आठ बंदियों राकेश राय, शेषधर यादव, मनीष सिंह, कमलेश, प्रकाश जायसवाल, अरविंद यादव समेत दो अज्ञात के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया गया। शासन ने डीएम-एसपी की रिपोर्ट के आधार जेल राजेंद्र सरोज, डिप्टी जेलर श्रीधर व दो बंदी रक्षकों को निलंबित कर दिया। कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद जब्त मोबाइलों की कॉल डिटेल का विश्लेषण कराया जाएगा। एसपी अनुराग आर्य ने कहा कि जेल से बरामद 12 मोबाइल फिलहाल जब्त होने के बाद न्यायिक अभिरक्षा में है।
कोर्ट से जब्त मोबाइल की कॉल डिटेल का विश्लेषण कराने की अनुमति लेने का प्रयास किया जा रहा है। जैसे ही अनुमति मिलेगी तो सभी मोबाइलों की कॉल डिटेल निकल जाएगी। जिससे यह पता लग सकेगा कि जेल के अंदर से बंदी किससे बात करते थे। जिन लोगों का नाम सीडीआर के माध्यम से सामने आयेगा, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। इसमें जिले के नामी लोग और साथ ही सफेदपोश भी शामिल हो सकते है।