AINNEWS1.COM : महाराष्ट्र के मंत्री एकनाथ शिंदे के बागी होने से राज्य में एक बड़ा सियासी संकट खड़ा हो सकता है. शिवसेना के दिग्गज नेता शिंदे 40 विधायकों के साथ असम के गुवाहाटी में है. उनके नाराज होने से ठाकरे सरकार पर बड़े संकट के घनघोर बादल मंडरा रहे हैं.
महाराष्ट्र में जारी एक बड़े सियासी संकट के बीच 5 विकल्प सामने हैं, जिन्हें अपनाकर राज्य की राजनीति में मची एक बड़ी उठापठक को शांत किया जा सकता है. वो विकल्प कौन से हैं आइये जानते है
1 – एकनाथ शिंदे के समर्थन से बीजेपी लड़े और सरकार बना ले.
2 -शिवसेना बीजेपी के साथ समर्थन मे सरकार बना ले.
3 – शिवसेना एकनाथ शिंदे को मना ले और बीजेपी का दामन थाम लें .
4 – एकनाथ शिंदे को शिवसेना बर्खास्त कर दे और सभी बागी विधायक पार्टी में वापस आ जाये.
5 – फ्लोर टेस्ट में महाविकास अघाडी गठबंधन की हार हो जाए जो सम्भव नहीं लगता .
सूत्रों के मुताबिक, एकनाथ शिंदे आज यानी बुधवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को एक लेटर भी फैक्स कर सकते हैं. इस पत्र के जरिए वे तकरीबन 40 विधायकों का महाविकास आघाडी सरकार को समर्थन ना होने का दावा भी पेश कर सकते हैं. इस चिट्ठी के आधार पर राज्यपाल बाद में फ्लोर टेस्ट पर ही फैसला लेंगे, जहां उद्धव सरकार को अपना बहुमत साबित करना थोड़ा मुश्किल पड़ सकता है.
एकनाथ शिंदे की मंशा अपने साथ शिवसेना के और विधायकों को जोड़ने की भी है, जो मुंबई में हैं ताकि वह दो तिहाई का आंकड़ा अपने दम पर पार कर सकें. सूत्रों का दावा है कि इस बात की संभावना ज्यादा है कि शिंदे इस लक्ष्य को हासिल करने में सफल हो भी सकते हैं.
फिलहाल शिंदे के खेमे में 40 विधायक ही हैं. वहीं, बीजेपी+ के पास 113 विधायक हैं.
महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 कुल सीटें हैं और यहां पर बहुमत का आंकड़ा 288 का है. शिंदे को लेकर बीजेपी को अगर 41 विधायकों का समर्थन मिल जाता है तो उसके पास 154 का कुल आंकड़ा हो जाएगा, जो बहुमत को पार कर जाएगा और सरकार बनाने का कार्य कर सकता है .