AIN NEWS 1 | आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुजरात की भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यह वही गुजरात है जहां सरदार वल्लभभाई पटेल ने देश की एकता और अखंडता की नींव रखी थी, लेकिन आज उसी धरती पर किसानों पर लाठीचार्ज किया जा रहा है और जनता की आवाज़ को दबाया जा रहा है।
केजरीवाल ने कहा कि सरदार पटेल ने हमेशा किसानों और आम लोगों के हक में आवाज़ उठाई थी। अगर आज वे जीवित होते, तो अपने राज्य की इस स्थिति को देखकर उन्हें गहरा दुख होता। उन्होंने कहा कि गुजरात की भाजपा सरकार जनता की नहीं, बल्कि सत्ता और अहंकार की भाषा बोल रही है।
उन्होंने कहा, “आजादी के इतने सालों बाद, जिस धरती से लौह पुरुष ने देश को एकता का संदेश दिया था, उसी भूमि पर अब किसानों पर अत्याचार हो रहा है। यह बेहद शर्मनाक है कि जो किसान हमारे अन्नदाता हैं, उन्हें अब अपनी बात कहने के लिए सड़कों पर उतरना पड़ रहा है और उन पर लाठियां बरसाई जा रही हैं।”
केजरीवाल ने भाजपा पर तानाशाही रवैये का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार अब जनता की आवाज़ को कुचलने लगी है। किसानों के शांतिपूर्ण आंदोलनों को दबाने के लिए प्रशासन का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आंसू गैस के गोले, झूठे मुकदमे और गिरफ्तारियां अब गुजरात में आम बात बन चुकी हैं।
उन्होंने भाजपा सरकार की तुलना 37 साल पहले की कांग्रेस सरकार से की और कहा कि जिस तरह कांग्रेस ने किसानों पर गोलियां चलवाई थीं और सत्ता से हमेशा के लिए बाहर हो गई, उसी रास्ते पर अब भाजपा चल रही है। उन्होंने कहा कि “किसानों और गरीबों पर जुल्म करने वाली कोई भी पार्टी ज्यादा दिनों तक सत्ता में नहीं टिक सकती।”
केजरीवाल ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार जनता के मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए नकली प्रचार और खोखले मुद्दों पर काम कर रही है। उन्होंने कहा, “गुजरात में बेरोजगारी बढ़ती जा रही है, महंगाई चरम पर है और भ्रष्टाचार खुलेआम हो रहा है, लेकिन भाजपा सिर्फ पोस्टर, भाषण और प्रचार तक सीमित है।”
उन्होंने कहा कि भाजपा अब “विकास” के नाम पर सिर्फ दिखावा कर रही है। “जनता को सिर्फ वादे और नारे मिले हैं, लेकिन असली सुधार कहीं नहीं दिखता।”
केजरीवाल ने गुजरात के उपमुख्यमंत्री हर्ष संघवी पर भी गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना था कि किसानों पर दमन और लाठीचार्ज का आदेश देने के बाद ही उन्हें गृह राज्यमंत्री से पदोन्नत कर उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। उन्होंने कहा कि यह किसी इनाम की तरह दिया गया पद है — “जो जनता पर अत्याचार करे, उसे भाजपा सरकार में प्रमोशन मिलता है।”
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार अब जनता की नहीं, पुलिस की सरकार बन चुकी है। “गुजरात अब पुलिस राज बन गया है, जहां किसानों, शिक्षकों और कर्मचारियों को अपनी आवाज़ उठाने की सजा दी जाती है।”
केजरीवाल ने कहा कि अब समय आ गया है जब गुजरात के लोग फिर से सरदार पटेल के रास्ते पर चलें, और सच्चाई, अहिंसा और न्याय की लड़ाई को आगे बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी हर उस नागरिक के साथ खड़ी है जो अन्याय के खिलाफ बोलने की हिम्मत रखता है।
उन्होंने कहा, “हम डरने वाले नहीं हैं। चाहे भाजपा कितनी भी ताकत लगा ले, लेकिन सच्चाई की आवाज़ को दबाया नहीं जा सकता। गुजरात की जनता अब बदलाव चाहती है और यह बदलाव बहुत जल्द आने वाला है।”
केजरीवाल ने यह भी कहा कि भाजपा को डर है कि अगर गुजरात में आम आदमी पार्टी को मौका मिला तो दिल्ली और पंजाब की तरह यहां भी ईमानदार राजनीति और जनकल्याण मॉडल स्थापित होगा। “भाजपा नहीं चाहती कि जनता को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के असली अधिकार मिलें, इसलिए वह हर उस आवाज़ को कुचल रही है जो सच्चाई बोलती है,” उन्होंने कहा।
उन्होंने जनता से आह्वान किया कि अब वक्त है ईमानदारी की राजनीति को चुनने का। “भाजपा के झूठे वादों और अत्याचारों का जवाब अब जनता ही देगी। सरदार पटेल के गुजरात में अन्याय का अंत होगा और एक नई राजनीति का दौर शुरू होगा।”
केजरीवाल के इस बयान ने गुजरात के राजनीतिक माहौल में हलचल मचा दी है। भाजपा नेताओं ने इसे चुनावी बयान करार दिया है, लेकिन जनता के बीच इस मुद्दे को लेकर चर्चा तेज है। किसानों के बीच भी इस बयान को लेकर नई उम्मीद जागी है कि शायद अब कोई उनके हक की बात खुलकर कर रहा है।
अंत में केजरीवाल ने कहा, “सरदार पटेल ने जिस राज्य को एकता, न्याय और सेवा का प्रतीक बनाया था, उस राज्य में अब भय और अत्याचार की राजनीति नहीं चलेगी। आम आदमी पार्टी जनता की आवाज़ बनकर हर अन्याय के खिलाफ खड़ी रहेगी।”



















