अर्थला में फाइनेंनसर दीक्षित पाल की श्रद्धांजलि सभा में पुलिस के खिलाफ फूटा लोगों का गुस्सा !

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अर्थला में फाइनेंनसर दीक्षित पाल की श्रद्धांजलि सभा में पुलिस के खिलाफ फूटा लोगों का गुस्सा !

अर्थला में से  एक हत्या का मामला सामने आ रहा है जिसने ये बताया जा रहा है कि एक युवक ने घर में बुलाकर दीक्षित पाल की  हत्या कर दी गई है लेकिन पुलिस ओरोपी को गिरफ्तार नहीं कर रही है इसी के ऊपर पुलिस के विरोध में बड़ा आंदोलन होगा यह अल्टीमेटम रविवार को हुई श्रद्धांजलि सभा में बड़ी संख्या में जुटे लोगों ने दिया।  अपको बता दे गाजियाबाद थाना साहिबाबाद क्षेत्र के अर्थला में हुई 17 अगस्त  को दीक्षित पाल  हत्याकांड में आरोपी को पुलिस ने सबूत के आधार पर आरोपी गिरफ्तार करके  जेल भेज दिया था ! आरोपी की गिरफ्तारी और पुलिस की कार्यवाही के बाद भी यह मामला गर्माता जा रहा है! पुलिस ने इस मामले में आरोपी आयुष शर्मा को जेल भेज दिया है, लेकिन मृतक के परिजन पुलिस पर यह आरोप लगा रहे हैं विधायक सुनील शर्मा के दबाव में  अन्य लोगों पर नहीं की जा रही है कार्रवाई।

क्या है पूरा मामला

अपको बता दे कि 17 अगस्त को भाजपा के कार्यकता के बेटे ने पैसे के चक्कर में एक लड़के को मौत के घाट ऊतार दिया बता दे कि अर्थला के फाइनेंसर और मोबाइल व्यापारी दीक्षित पाल जिसकी उर्म 35 की बताई जा रही है उसको  17 अगस्त को घर से बुलाकर हत्या की गई। लाश को बोरी में भरने के बाद स्कूटी से दशमेश वाटिका के पास ले जाया गया। वहां स्कूटी सहित छोड़ दिया गया। पुलिस ने 18 अगस्त को खुलासा किया कि हत्या साहिबाबाद के भाजपा विधायक सुनील शर्मा के कार्यालय प्रभारी हरीशचंद्र शर्मा के बेटे आयुष ने की जिसकी उर्म 26 साल की बताई जा रही है ।  बताया जा रहा है कि उसने दीक्षित को मोबाइल खरीदने के लिए साढ़े तीन लाख रुपये दिए थे। मोबाइल न मिलने पर उसने रकम वापस मांगी। रकम नहीं मिली तो हत्या कर दी। आयुष को जेल भेज दिया गया। दीक्षित के परिजनों ने आयुष के साथ तीन और लोग नामजद कराए। लेकिन मृतक के परिजन पुलिस पर यह आरोप लगा रहे हैं विधायक सुनील शर्मा के दबाव में अन्य लोगों पर नहीं की जा रही है कार्रवाई!  मृतक दीक्षित पाल के परिजनों का कहना है आरोपी आयुष शर्मा के पिता  हरिश्चंद्र शर्मा विधायक सुनील शर्मा के प्रतिनिधि हैं! ऐसे में  अन्य लोगों पर नहीं हुई कार्यवाही परिजनों का आरोप है , आयुष शर्मा अकेले इस हत्याकांड को अंजाम नहीं दे सकता है! आपको बता दे कि पुलिस ने बिना फॉरेंसिक जांच के ही आयुष शर्मा को जेल भेजकर मामले को रफा-दफा किया है!

श्रद्धांजलि सभा में पुलिस पर उठाया सवाल

रविवार को श्रद्धांजलि सभा में बड़ी संख्या में राजनैतिक दलों के लोग भी पहुंचे और वहा उन्होंने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा, जिन लोगों को दीक्षित के परिवार ने नामजद कराया, उन्हें पुलिस क्यों बचा रही है। बसपा की ओर से जिलाध्यक्ष वीरेंद्र जाटव, मेरठ मंडल प्रभारी मनोज जाटव, अजीतपाल, पन्नालाल कश्यप, असलम मंसूरी, नरेन्द्र मोहित समेत बड़ी संख्या में पदाधिकारी पहुंचे। जिलाध्यक्ष ने दीक्षित के पिता राजकुमार की पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल से फोन पर बात कराई। उन्होंने परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया ।

भीम आर्मी, सपा और अन्य दलों से भी लोग पहुंचे। उन्होंने दीक्षित के परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा और उसकी पत्नी छवि को नौकरी दिए जाने की मांग भी रखी। पूर्व राज्यमंत्री पन्नालाल कश्यप ने कहा कि भाजपा के नेता पीड़ित परिवार को सांत्वना देने भी नहीं आए, यह निंदनीय है। पाल समाज दिल्ली के अध्यक्ष सुभाष पाल ने हत्यारोपियों पर कार्रवाई न होने पर रोष जाहिर किया। सभा में आए लोगों का गुस्सा देख क्विक रिस्पांस टीम और चार थानों की पुलिस तैनात की गई।

मृतक दीक्षित पाल के परिजनों ने क्या कहा

परिजनो ने पुलिस पर आरोप लगाते हुऐ कहा कि पुलिस ने बिना फॉरेंसिक जांच के ही आयुष शर्मा को जेल भेजकर मामले को रफा-दफा किया है! अकेले शव को बोरे में भरकर कैसे ले जा सकता है जब उसकी हत्या की गई घर में अन्य शख्स भी मौजूद होंगे  उन्हें कैसे नहीं पता चला ! खून को भी साफ किया होगा !  इस पूरे मामले में राजनीति गरमा गई है, आज पाल समाज के लोगों ने पाल चौक पर इस मामले को लेकर प्रदर्शन किया  उनका आरोप है पुलिस जल्द से जल्द इस मामले की सही से तफ्तीश करें अन्यथा इससे भी बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा !

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