आखिर क्यों प्रदर्शन पर उतरे बच्चे !
दिन पर दिन कुत्तों का आंतक कम होने के वजाय बढ़ता ही जा रहा है। कई बच्चों को कुत्तों ने अपना शिकार बना लिया है। कुत्ते के काटने के चक्कर में एक मासुम की मौत भी हो गई है। कुत्तो के आतंक से परेशान होकर गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन की ऑफिसर सिटी-3 सोसायटी मे कुत्तों के हमलों से परेशान होकर बच्चे और महिलाएं ने रविवार को धरने पर बैठ गए। उन्होंने नगर निगम और जिला प्रशासन से कुत्तों से निजात दिलाने की मांग करते हुए नारेबाजी की।। छोटे-छोटे बच्चे हाथों में तख्तियां लेकर कई घटों तक सोसायटी परिसर में बैठे रहे। ऑफिसर सिटी-2 सोसायटी के लोगों ने मुख्यमंत्री को ट्वीट किया है, और सोमवार यानी की आज वो लोग डीएम, पुलिस आयुक्त, नगर आयुक्त और मेयर से मिलकर शिकायत करेंगे और बच्चो की सुरक्षा की मांग करेगें
सोसायटी के लोगो ने दी जानकारी
आपको बता दे कि सोसायटी के ही निवासी दीपक सिंह का कहना है कि दिन पर दिन कुत्तों का आंतक बढ़ता ही जा रहा है कुत्तें के डर से बच्चे बहार भी खेलने नही जा पाते है। सोसायटी के अन्दर कुत्तों ने कई बच्चो को अपना शिकार बना लिया है। आए दिन किसी न किसी बच्चे या महिला पर हमला कर रहें है। कुछ दिन पहले ही कुत्तों ने उनकी बेटे धारयेश पर हमला कर उसको घायल कर दिया था। उसके साथ ही दीपक का कहना था कि सोसायटी के ही निवासी त्यागी उनके बेटे प्रिंस पर भी कुत्तों ने हमला कर दिया था। आए दिन ऐसी घटना हो रही है। इस घटना के कारण बच्चों और महिलाओँ में भय बन गया है। वह बहार निकलने से भी डर रहे है। आपको बता दे कि सोसायटी के लोगो का कहना है कि दो-तीन दिन में करीब 15 से ज्यादा बच्चों पर कुत्तें हमला कर चुके हैं। कुछ बच्चे शिकार होने से बाल-बाल बच्चे है। ऑफिसर सिटी-2 सोसायटी के लोगों का कहना है कि अधिकांश निवासी आवारा कुत्तों को सोसायटी से बाहर विस्थापित करने के पक्ष में है, लेकिन सोसायटी के कुछ लोग है जो सोसायटी के अन्दर कुत्तों को खाना खिलाते है। जब सोसायटी के ही निवासी उन लोगो को कुत्तों को खाना खिलाने से रोकते है तो वह पुलिस से शिकायत कर मुकदमे मेंम फंसाने की धमकी देते है। तभी हम लोगों ने मिलकर रेली निकाली है ताकि हमारे बच्चो को समस्या से छुटकारा मिल सके। सोसायटी ने प्रदर्शन के दौरान बच्चो ने बताया कि आवारा कुत्तों की सख्या बढ़ने से वो बहार भी नही निकल नही पाते है। सोसायटी में रहने वाले बच्चों ने कहा कि जो जब भी बहार जाते है तो हाथ में डड़ा लेकर निकलते है। सोसायटी के बच्चो ने प्रदर्शन करते समय सरकार से न्याय से गुहार लगाई है।