Ainnews1.com : बताते चले उत्तर प्रदेश में कुछ महीने पहले ही आजमगढ़ (Azamgarh) और रामपुर (Rampur) लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुआ था. आजमगढ़ सीट समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के इस्तीफे से खाली भी हुई थी. उपचुनाव से ठीक पहले अटकलें भी चल रही थी कि वे इस सीट पर अपनी पत्नी डिंपल यादव (Dimple Yadav) को चुनाव में प्रत्याशी भी बना सकते हैं. लेकिन उन्होंने अपने चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव (Dharmendra Yadav) को प्रत्याशी बनाया. हालांकि धर्मेंद्र यादव चुनाव हार गए और बीजेपी (BJP) उम्मीदवार के तौर पर दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ (Dinesh Lal Yadav) ने जीत दर्ज कराई
अब अखिलेश यादव ने एबीपी न्यूज के शो प्रेस कांफ्रेंस के दौरान डिंपल यादव को प्रत्याशी नहीं बनाने पर जवाब भी दिया है . डिंपल यादव के सवाल पर उन्होंने यह भी कहा है , “अभी 2024 का चुनाव है, इस चुनाव में जिसको लड़ाना होगा मैं लड़ाऊंगा. इतने कम महीनों के चुनाव में क्यों मैं उन्हें चुनाव लड़वा दूं. हालांकि धर्मेंद्र यादव चुनाव लड़े वो भी परिवार के ही सदस्य हैं.” परिवारवाद के आरोपों पर उन्होंने क्या कहा?
वहीं परिवारवाद के आरोपों पर सपा प्रमुख ने कहा, “बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मैं धन्यवाद भी देता हूं. उन्होंने केवल राजनीतिक के क्षेत्र में ही परिवारवाद की बात नहीं की. उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री में बहुत परिवारवाद है. मुझे खुशी होगी वो जिस तरह से बाजार के बड़े-बड़े लोग हैं, उस परिवारवाद को खत्म करते.”
सपा प्रमुख ने आगे कहा, “जहां तक सपा में परिवारवाद की बात है, बीजेपी दूसरे के परिवारवाद की बात इसलिए भी करती है कि वो अपने परिवार को छिपाना चाहती है. उन्होंने प्रोपगेंडा और प्रसेप्शन बनाना है, लेकिन इसबार पीएम मोदी ने इसे विस्तार भी दिया है. उन्होंने कहा है कि और क्षेत्रों में परिवारवाद है. मुझे उम्मीद है कि बड़े-बड़े घरानों का परिवारवाद भी वे खत्म करेंगे.” बता दें कि अखिलेश यादव ने विधायक बनने के बाद आजमगढ़ सीट से इस्तीफा दिया था.