आम का बाग बना बंदरों का शमशान! गड्ढों में दफनाई गईं थीं 24 लाशें, बदबू से खुला मौत का राज
उत्तराखंड के उधम सिंह नगर स्थित काशीपुर की करीब 90 एकड़ में फैला आम का बाग अचानक बंदरों का शमशान घाट बन गया। जब एकाएक 24 बंदरों के शव बाग से बरामद हुए।
कुछ गड्ढों में दफन थे, तो कुछ बाग में फैले जगह-जगह बिखरे थे। वहीं, एक बंदर का बच्चा अपनी मृत मां से लिपट रो रहा था। बाग के पास से गुजर रहे स्थानीय लोगों ने उसे देखा और करीब पहुंचे। बच्चे को उठाया।
तभी अचानक तेज बदबू आई और इधर-उधर देखा तो बंदरों के शव पड़े मिले। फौरन मामले की सूचना पुलिस तक पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लिया तो मौत के खेल पर से पर्दा उठा। मामले में पुलिस ने 9 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इसमें एक बाग के ठेकेदार का मैनेजर भी शामिल है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि बंदरों को जहर देकर मौत के घाट उतारा गया है।
9 आरोपी गिरफ्तार, अब लगेगा गुंडा एक्ट
मामला 18 जून का है। जब पुलिस को सूचना मिली कि बाजपुर रोड स्थित हुंडई शोरूम के सामने आम के बाग में बंदरों को जहर देकर मार दिया गया है। मामले में सीओ वंदना वर्मा ने बताया कि आईटीआई थाना प्रभारी आशुतोष सिंह के नेतृत्व में पुलिस पहुंची तो वहां बंदर मृत पड़े थे। मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने बंदरों को जहर देने की बात स्वीकार कर ली है।
वर्मा ने यह भी बताया कि मामले में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने, पशु क्रूरता अधिनियम और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। अब पुलिस इन 9 आरोपियों के आपराधिक इतिहास खंगाल रही है। एसएसपी डॉ मंजूनाथ टीसी ने बताया कि आपराधिक इतिहास मिलने पर आरोपियों पर गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
यूपी के युवक का है बाग, ठेके पर था उठाया
छानबीन में सामने आया है कि बाग की जमीन पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के पीलीभीत के रहने वाले एक युवक की है। करीब दो साल पहले इस जमीन को ठेके पर दिया था। मामले में उत्तर प्रदेश की पुलिस से भी संपर्क साधा जा रहा है।