AIN NEWS 1: अमेरिका (US) में एक ऐसी दवा ने चारो तरफ हाहाकार मचा हुआ है. जिसके सेवन के बाद उससे होने वाले साइड इफेक्ट के चलते लोगों की त्वचा धीरे-धीरे अपने आप ही सड़ रही है. और अगर ऐसे व्यक्ति को सही से इलाज न मिले तो माना जा रहा है कि इसके असर से प्रभावित शख्स किसी जॉम्बी जैसे फिल्मों मे होते हैं उन जैसा दिखता है. इस दवा का नाम Xylazine है जिसने दुनिया के सबसे ताकतवर देश को अब घुटनों के बल ला दिया है. कई स्टेट में इसका बहुत ज्यादा कहर देखने को मिल रहा है. भुक्तभोगियों को देखने वाले अधिकतर लोगों का साफ़ साफ़ कहना है कि यह नई दवा इंसानों को एक प्रकार से जॉम्बी में बदल रही है. इस दवा को ट्रैंक या ट्रैंक डोप और जॉम्बी ड्रग जैसे नामों से ही जाना जाता है, इसका इस्तेमाल करने वाले शख्स की त्वचा अपने आप सड़ने लगती है.
व्यक्ति के बॉडी पार्ट्स काटने की जरूरत
अमेरिका के फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन ने जानवरों पर जिस Xylazine के इस्तेमाल की मंजूरी दी थी, लेकिन यही दवा अब लोगो के लिए जानलेवा हो गई है. कहा जा रहा है कि कुछ लोग तो इसका इस्तेमाल केवल नशे के लिए कर रहे हैं. जिसका इंसानों के ऊपर बहुत ही बुरा असर पड़ रहा है. इस ड्रग्स के असर की बात करें तो इसका रूप और गुण धर्म किसी बेहोशी वाली दवा के जैसा ही है. इसे लेने वाले शख्स को फौरन से नींद आने लगती है, उसकी सांसें भी धीमी हो जाती हैं. वहीं इसके साथ साथ उस की स्किन भी सड़ने लगती हैं जिसकी वजह से त्वचा में जख्म अपने आप ही उभरने लगते हैं, और जो इस ड्रग्स को बार-बार इस्तेमाल करते हैं उससे उनके ज़ख्म लगातार बढ़ते जाते हैं. कुछ मामलों में तो वक्त ऐसा भी आ जाता है कि इंसान की त्वचा इस बुरी कदर सड़ जाती है कि आखिर में मरीज की जान बचाने के लिए उसे शरीर के उस अंग को काट कर अलग कारना पड़ जाता है.
यहां के लोगों में काफ़ी ज्यादा दहशत
‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ में एक प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक Xylazine दवा का इस्तेमाल पशुओं को बेहोश करने के लिए ही किया जाता है. लेकिन बहुत से लोग अब इसका इस्तेमाल हेरोइन जैसे ड्रग्स के लिए सिंथेटिक कटिंग एजेंट के रूप में भी कर रहे हैं. यह ड्रग्स पहले भी फिलाडेल्फिया में ही पकड़ी गई, जिसके बाद सैन फ्रांसिस्को समेत अमेरिका के कई शहरों में भी इस दवा की खपत काफ़ी तेजी से बढ़ी है. जिसके बाद कोई भी शारीरिक रूप से बीमार हुआ है तो कोई मानसिक तौर पर बीमार हो रहा है. ऐसे में देश का स्वास्थ्य विभाग काफ़ी ज्यादा चौकन्ना होकर इस ड्रग्स से प्रभावित लोगों की देखरेख और इलाज करवा रहा है.