AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश परिवहन निगम में अभी भ्रष्टाचार थमने का नाम बिल्कुल नहीं ले रहा है। इसी शनिवार को नरौरा डिपो की एक रोडवेज बस में की गई चेकिंग के दौरान 35 में से 30 यात्री वहा पर बिना टिकट पकड़े गए। विभाग ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए चालक-परिचालक की संविदा को पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया है। एक एटीआई (सहायक यातायात निरीक्षक) को भी इस मामले में निलंबित किया गया है। नरौरा डिपो की ही बस संख्या यूपी 81 बीटी 0559 शनिवार शाम को ही अलीगढ़ से अनूपशहर के लिए रवाना हुई थी। तभी एआरएम बुलंदशहर के निर्देशन में अनूपशहर के पहले प्रवर्तन दल ने गाजियाबाद ने इस बस को रुकवाकर चेक किया। इस बस में कुल 35 यात्रियों में से पूरे 30 यात्री ही बिना टिकट सवार मिले। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए आरएम अलीगढ़ रीजन ने चालक अंशुल कुमार और परिचालक पुष्पेंद्र कुमार की संविदा को समाप्त कर दिया गया है। एटीआई राजवीर सिंह को भी निलंबित कर दिया है।आरएम बुद्धबिहार अरुण कुमार और एआरएम नरौरा राघवेंद्र सिंह से भी इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा गया है। इस मामले की दस्तक लखनऊ मुख्यालय तक भी पहुंच गई है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी की मानें तो इस मामले में अभी और अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है। प्रवर्तन दल में एटीआई पदम सिंह, एटीआई भानु शर्मा, एटीआई विजयपाल सिंह, व धीरज कुमार भी शामिल थे।
29 जुलाई को ही नरौरा डिपो की एक रोडवेज बस यहां से अनूपशहर जा रही थी। प्रवर्तन दल की पूरी चेकिंग में इस बस में तीस यात्री बिना टिकट के सवार मिले। इस बस में कुल 35 सवारी थीं। इस मामले में चालक-परिचालक की संविदा को भी समाप्त कर दी गई है। ओर एटीआई को भी निलंबित किया गया है। एआरएम बुद्धबिहार और एआरएम नरौरा से इस पूरे मामले में स्पष्टीकरण मांगा गया है। -सत्येंद्र वर्मा, आरएम, अलीगढ़ रीजन