भारत बना तीसरा बड़ा कार बाज़ार
जापान से आगे निकला भारत
चीन-अमेरिका रह गए भारत से आगे
AIN NEWS 1: बता दें दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था यानी भारत अब विश्व की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी जापान से भी आगे निकल गया है। यहां बात हो रही है दुनिया के तीसरे सबसे बड़े कार बाज़ार की, जिस रेस में भारत ने जापान को पीछे छोड़ दिया है। अब चीन और अमेरिका ही भारत से बड़े कार बाज़ार हैं। अनुमान है कि 2022 में भारत में 42.5 लाख से ज्यादा वाहनों की बिक्री हुई है। बिक्री का ये आंकड़ा चीन और अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा संख्या है। जापान में पिछले साल 42 लाख गाड़ियां बिकीं जो 2021 के मुकाबले 5.6 फीसदी कम है।
भारत बना तीसरा बड़ा कार बाज़ार
हालांकि अगर दुनिया के सबसे बड़े व्हीकल बाज़ार चीन की ताकत को देखें तो भारत में अभी भी बड़ी संभावनाएं मौजूद हैं। दुनिया के सबसे बड़े व्हीकल बाजार चीन में 2022 में 2.675 करोड़ गाड़ियां बिकी जो 2021 के 2.627 करोड़ के मुकाबले 1.7 फीसदी ज्यादा हैं। अमेरिका में पिछले साल 1.389 करोड़ गाड़ियां बिकीं जो 2021 के 1.54 करोड़ के मुकाबले 7.8 फीसदी ज्यादा हैं। वहीं 2021 में जापान में 44.4 लाख गाड़ियां बिकी थीं।
जापान से आगे निकला भारत
ऐसे में समझा जा सकता है कि भारत का वाहन मार्केट चीन के मुकाबले 20 फीसदी भी नहीं है। चीन 2006 में जापान को पीछे छोड़कर दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा व्हीकल मार्केट बना था और 2009 में अमेरिका से आगे निकलकर दुनिया का सबसे बड़ा वाहन बाजार बन गया था। वहीं भारत ने वाहनों की अधिकतम बिक्री का आंकड़ा 2018 में हासिल किया था जब 44 लाख वाहन बिके थे लेकिन 2019 में ये संख्या घटकर 40 लाख रह गई थी। कोरोना के फैलने के बाद 2020 में तो ये आंकड़ा 30 लाख से भी कम रह गया था। 2021 में फिर से देश में वाहनों की बिक्री एक बार फिर 40 लाख के पार निकल गई थी।
चीन-अमेरिका रह गए भारत से आगे
सेमीकंडक्टर चिप की कमी से 2021 में गाड़ियों के उत्पादन पर असर हुआ था जो 2022 के शुरुआती महीनों तक भी जारी रहा था। लेकिन इसके बाद भारत ने इस समस्या से पार पाते हुए वाहनों की बिक्री का नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया। इसके बाद जापान में वाहनों की बिक्री में गिरावट का फायदा उठाकर भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा वाहन मार्केट बन गया। इस तेजी से कार मार्केट को काफी आत्मविश्वास मिलेगा क्योंकि भारत में गाड़ियों की बिक्री में अभी भारी ग्रोथ की गुंजाइश है। इसकी वजह है कि भारत जल्दी ही दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा। देश में फिलहाल महज साढ़े 8 फीसदी परिवारों के पास ही वाहन है। ऐसे में आबादी के लिहाज से भारत में अमेरिका और चीन से भी आगे निकलने की क्षमता है।