AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक प्लाट के कब्जे को लेकर दो पक्षों में हुए आपसी विवाद में बुधवार को हनुमंत विहार थाने में एक आढ़ती की मौत हो गई। उसके स्वजन ने चौकी प्रभारी पर दूसरे पक्ष के कहने पर उसे पीटकर मार डालने का गम्भीर आरोप लगाया व थाने में घेराव कर काफ़ी हंगामा किया।
स्वजन कर रहे है सरकारी नौकरी और मुआवजे की मांग
थाने में आठ घंटे चले हंगामे के बाद पिता ने अपनी तहरीर व मांगपत्र दिया। एडीएम सिटी डॉ.राजेश कुमार ने मुकदमा दर्ज कराने व उनके द्वारा दिए मांगपत्र शासन को भेजने का आश्वासन भी दिया। इसके बाद भी देर रात तक वह लोग थाने में ही डटे रहे और शव उठने ही नहीं दिया। स्वजन ने इनके बेटों की सरकारी नौकरी के साथ 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने की भी मांग की।
उन्होने बताया थाना परिसर में हुई मौत
संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने भी बताया कि थाना परिसर से बाहर निकलने के दौरान ही उनकी मौत हुई है। सचेंडी के लालूपुर निवासी दिनेश कुमार भदौरिया ने अपने छोटे भाई सौरभ के साथ मिलकर करीब 20 वर्ष पहले ही हनुमंत विहार गल्ला मंडी इलाके में एक 200 वर्ग गज का प्लाट खरीद लिया था।सौरभ ने बताया कि दिनेश एक आढ़ती थे और अपना स्टैंड भी चलाते थे। इनपर आरोप है कि प्रीति वर्मा नाम की महिला पुलिसकर्मियों की साठगांठ से उनके प्लाट पर कब्जा करने का प्रयास कर रही है।
उन्होने नौबस्ता थानें में करवाया था मुकदमा दर्ज
इसी विवाद में ही वर्ष 2019 में प्रीति ने दिनेश समेत उनके परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ मे मारपीट, कब्जा, एससी-एसटी समेत कई धारा में नौबस्ता थाने में ही मुकदमा दर्ज करा दिया था। इस मामले में दिनेश समेत ही उनके दो भाई को जेल भी हुई थी। दिनेश ने भी इस प्रीति समेत अन्य पर मुकदमा दर्ज कराया है।
इस दौरान पुलिस पर ही पीटने के लगे गम्भीर आरोप
इसी दौरान बुधवार को फिर प्लॉट को लेकर ही यह दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। इस पर हनुमंत विहार थाने की चौकी में ही तैनात दारोगा अशोक कुमार ने दोनों पक्षों को ही थाने पर बुला लिया।आरोप है कि इसी दौरान ही दारोगा ने दिनेश को थाने में ही अंदर कमरे में जाने को कहा और वहां उसने उन्हें पीटा, जबकि प्रीति वही दारोगा के पास ही बैठी रही थी। लेकीन जब दिनेश बाहर आए तो उनकी तबीयत काफ़ी ज्यादा बिगड़ गई। उन्हें वहा से एलएलआर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हे मृत घोषित कर दिया।