उत्तर प्रदेश: कानपुर में किसान द्वारा की गई आत्महत्या के मामले में फरार चल रहे बीजेपी नेता पर ₹50,000 का इनाम घोषित!

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AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के कानपुर में हाल ही में ट्रेन के आगे कूदकर जिस किसान के द्वारा आत्महत्या की गई थी। उस मामले में फरार बीजेपी नेता डॉ. प्रियरंजन समेत अब 5 लोगों पर ₹50,000-₹50,000 का इनाम घोषित किया गया है। वहीं, पुलिस सरगर्मी से इन आरोपियों की तलाश में जुट गई है। इस किसान ने बीजेपी नेता पर उसे फर्जी चेक देकर ₹6.29 करोड़ की ज़मीन हड़पने का आरोप लगाया था। इस किसान ने एक लेटर में लिखा था।

”मुख्यमंत्री योगी जी सरकार, आपके राज्य में आपकी ही पार्टी के सदस्य ने आपका कानून तोड़ डाला. केंद्र सरकार ने कानून बनाया था कि कोई भी 20000 से ऊपर का लेनदेन रजिस्ट्री से होगा, लेकिन मेरी 6 बीघा जमीन मुझे 6 करोड़ 20 लाख की लोकल चेक देकर ले ली गई, हो सके तो मेरे बच्चों को न्याय दिला दीजिएगा और इससे ज्यादा क्या लिखूं”

यह एक मार्मिक सुसाइड नोट लिखकर कानपुर में एक किसान ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर दी थी. कानपुर के ही चकेरी थाना इलाके के रहने वाले किशन बाबू सिंह यादव के पास मे कुल 6 बीघा जमीन थी. इस जमीन का उनके भतीजे ने ही भाजपा नेता प्रियरंजन आशू दिवाकर के साथ मे 6 करोड़ 20 लाख रुपए में सौदा करा दिया था. बाबू सिंह ने 9 सितंबर को ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर दी थी.

उसी समय बाबू सिंह के कपड़ों में एक सुसाइड नोट भी मिला जो यूपी के सीएम योदी आदित्यनाथ के नाम पर ही लिखा गया था. बाबू सिंह ने इस सुसाइड नोट में भाजपा नेता प्रियरंजन आशू दिवाकर के अलावा भाजपा नेता के ही सहयोगियों के नाम भी लिखे हैं.

उनकी पत्नी ने बताया के उनके पति को दिए गए थे लोकल चेक

बाबू सिंह की पत्नी बिटाना पुलिस को इस मामले में बताया कि हमारी दो बेटियां हैं. उनकी शादी करने के लिए ही हमने हमारी जमीन का सौदा किया गया था, जिसके लिए भाजपा नेता दिवाकर ने 18 मार्च को मुझे कचहरी के पास स्थित एक होटल में बुलाया था. इस दौरान ही दिवाकर के साथी भी वहां पर ही मौजूद थे. मुझे और मेरी बेटियों को वहां होटल में बंधक बना लिया गया.और उसके बाद बिटाना के मुताबिक, मेरे पति को ले गए और रजिस्ट्री कराकर उन्हे 6 करोड़ 20 लाख का एक चेक दिया. इसके बाद कहने लगे यह एक लोकल चेक है. तुमको दूसरा चेक मे दे दूंगा. इतना कहकर मेरे पति से वह चेक छीन लिया. और हम लोगों को वहां से भगा दिया गया. इस दिन के बाद से ही पति बहुत ज्यादा परेशान रहने लगे कहते थे कि मेरा सब कुछ ही चला गया. मैं थाने भी गया, मेरी कोई भी सुनवाई नहीं हुई. पुलिस उन्हीं (भाजपा नेता) की तरफ से ही बात कर रही है. इसलिए मेरे पति ने इस प्रकार से सुसाइड कर लिया.

इस मामले में भाजपा नेता सहित 6 के खिलाफ हुई थी एफआईआर दर्ज

इस पूरे मामले में बाबू सिंह यादव की मौत के बाद से ही परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. पुलिस अधिकारियों ने चकेरी थाने में ही बाबू की पत्नी बिटाना की मिली शिकायत दर्ज की. भाजपा नेता प्रिय रंजन दिवाकर समेत कुल छह लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने की एफआईआर दर्ज की है. बताया गया है कि भाजपा नेता प्रिय रंजन दिवाकर जमीन की खरीद-फरोक्त का काम करता है. उसने मैनपुरी किशनी से बीजेपी की तरफ से विधानसभा का चुनाव भी लड़ा था, जिसमें उसे हार का सामना करना पड़ा था.

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