AIN NEWS 1: बता दें नगर निगम गाजियाबाद में मेयर का टिकट पाने के लिए अब सबसे ज्यादा मारामारी BJP में ही है। यहां पर पूर्व IAS ऑफिसर, डॉक्टर, उद्यमी समेत तमाम सारे लोग इसकी कतार में हैं। वे सभी लखनऊ से दिल्ली तक की पूरी परिक्रमा कर रहे हैं। जब से उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद को नगर निगम का दर्जा मिला है, तब से ही मेयर सीट पर BJP ने कब्जा जमा रक्खा है। इसलिए तो कहा जाता है कि जिसको भी BJP से टिकट मिल गया, वही विजयश्री को पा लेगा। संभवत: इन्हीं सब बातों के चलते ही BJP में मेयर टिकट पाने के लिए सर्वाधिक मारामारी हर बार ही रहती है।
अब जानिये BJP में आख़िर कौन-कौन है कतार में
1.वर्तमान में BJP से ही आशा शर्मा मेयर हैं। ये संघ की पृष्ठभूमि से आती हैं। इसी वजह से ही इन्हें 2017 में टिकट भी मिला। आशा शर्मा को भी पूरी उम्मीद है कि पार्टी इस बार भी उन्हें ही दोबारा मौका दे सकती है। इसकी वजह उनकी स्वच्छता रैंकिंग में पूरे यूपी में नंबर वन आना और भी कई बड़े डवलपमेंट्स बताए जा रहे हैं। हालांकि इस पार्टी के ही कुछ लोग इसे मे कयास लगा रहे हैं कि इस बार किसी पार्टी द्वारा अन्य को मौका दिया जा सकता है। सूत्र तो यह भी बताते हैं आशा शर्मा का विरोध पार्टी के अन्दर भी है।
2. जैसा की आपकों बताया पार्टी में टिकट मांगने वालों की कतार काफ़ी लंबी है। इसमें ही भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष सुनीता दयाल का नाम भी इस बार प्रमुख रूप से चर्चाओं में है। वजह ये है कि सुनीता विधानसभा चुनाव भी लड़ चुकी हैं, पार्टी में भी अच्छे ओहदे पर काफी समय से हैं। इनकी शुरुआत ABVP से हुई थी। और ये भाजपा महिला मोर्चा में राष्ट्रीय महामंत्री, प्रदेश अध्यक्ष जैसे कई महत्वपूर्ण पदों पर भी रह चुकी हैं।
3 . इनके साथ ही मेयर टिकट की कतार में डॉक्टर उदिता त्यागी भी शामिल हैं। ये फिलहाल भाजपा महिला मोर्चा में ही पश्चिम क्षेत्र की महामंत्री हैं। समाजसेवा के तमाम कार्यों से यह जुड़ी रहती हैं और सोशल मीडिया में इनकी फैन फॉलोइंग भी काफ़ी जबरदस्त है।
4. इसी कड़ी में भाजपा महिला मोर्चा की महानगर उपाध्यक्ष रनिता सिंह भी इस बार टिकट मांग रही हैं।
5.गाजियाबाद के पूर्व DM रहे और झांसी कमिश्नर से रिटायर हुए अजय शंकर पांडेय भी इस बार भाजपा के सहारे राजनीति में एंट्री करना चाहते हैं। वे काफ़ी लंबे समय तक पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह के साथ भी रहे। इस दौरान उन्होंने पार्टी में कई बड़े लोगों से भी नजदीकियां बना ली। अजय शंकर पांडेय चाहते हैं कि वे अपनी पत्नी को गाजियाबाद से मेयर का चुनाव लड़ाएं। इसके लिए ही वे दिल्ली-लखनऊ की कई दफा परिक्रमा भी कर चुके हैं। हालांकि उनके बाहरी होने की वजह से भाजपा की लोकल बॉडी उनके जरा भी पक्ष में नहीं है।
6. इसी क्रम में शहर के एक प्रमुख हॉस्पिटल के मालिक ने भी अपनी पत्नी का बायोडाटा बीजेपी नेतृत्व को अब भेज दिया है। बीजेपी के तमाम शीर्ष नेता अपने इलाज के लिए इसी हॉस्पिटल में आते रहते हैं। इसके चलते हॉस्पिटल मालिक की उनसे काफ़ी अच्छी-खासी नजदीकियां हो गईं और अब वे चाहते हैं कि मेयर का टिकट उनकी ही पत्नी को मिले। इसके अलावा गुरी जन्मेजा, साक्षी नारंग, पुनीता त्यागी, शशि अरोड़ा, ऋचा सूद, सुनीता, मीना भंडारी, सपना बंसल समेत तमाम ऐसी महिलाएं हैं, जो भी भाजपा से टिकट मांग रही हैं।
इस सब पर भाजपा के गाजियाबाद प्रभारी अमित वाल्मीकि का साफ़ कहना है कि चुनाव में संगठन के पुराने कार्यकर्ताओं को ही वरीयता मिलेगी। अब सभी के बायोडाटा लिए जा रहे हैं। कोर कमेटी के सामने प्रत्येक बायोडाटा पर विस्तार से चर्चा होगी। और प्रदेश नेतृत्व का फैसला ही आखिरी होगा।