AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक सोमवार सुबह अचानक ही प्रयागराज के तेज बहादुर सप्रू (बेली) हॉस्पिटल पर पहुंचे। यहां वार्ड से लेकर ऑफिस तक में गंदगी देखकर डिप्टी सीएम ने वहा अफसरों को काफ़ी फटकार लगाई। इस दौरान उन्होंने खोज-खोजकर अस्पताल की धूल मिट्टी साफ की। फिर एक अलमारी के ऊपर रखी धूलभरी फाइलें निकालकर अधिकारियों से पूछा- क्या इसकी भी जिम्मेदारी मेरी है ?
और अस्पताल की सफाई व्यवस्था से नाराज होकर उन्होंने सफाई एजेंसी का एक दिन का पेमेंट भी होल्ड करा दिया। साथ ही एक्स-रे, प्लास्टर कक्ष, लेबोटरी कक्ष में भी ताला बंद होने पर CMS डॉ. शारदा चौधरी से उन्होने अपनी नाराजगी जाहिर की।
वहा पर शौचालय की गंदगी देख बोले- D CM बोले बड़ी लापरवाही है, तत्काल
सबसे पहले तो डिप्टी सीएम ट्रामा सेंटर के जनरल वार्ड में ही पहुंचे। यहां पर भर्ती मरीजों से उन्होने पूछा कि क्या आपको समय पर इलाज मिल रहा है। कहीं कोई भी दिक्कत तो नहीं आ रही है। मरीजों से पॉजिटिव जवाब मिलने के बाद वो सीधे वहा इमरजेंसी रजिस्ट्रेशन काउंटर कक्ष में ही पहुंच गए। वहां बैठे कर्मचारी के पास गंदगी दिखी तो वह काफ़ी नाराज हो गए।
और अलमारी के ऊपर रखे हुए सामान को खुद ही उठाकर कर्मचारी से उन्होने सवाल किया कि यहां इसकी आवश्यकता क्या है? उन्होने टेबल और अलमारी पर भी उंगली रखकर चेक किया तो उंगली में धूल मिट्टी लग गई। इस पर उन्होंने कहा- यह सफाई की जिम्मेदारी भी क्या हमारी है? जो भी सफाईकर्मी या इसके लिए जिम्मेदार है उसका आज का पूरा वेतन काटा जाए। और वह ट्रामा सेंटर के शौचालय में घुस गए, वहां भी काफ़ी गंदगी देखी तो सीएमएस को उन्होने निर्देशित किया कि यह बहुत बड़ी लापरवाही है, इसे तत्काल सही करा लें।
उन्होने ताला लगा देखकर फार्मासिस्ट से पूछा कितने बजे आते हो?
ट्रामा सेंटर के फार्मासिस्ट कक्ष में जब ताला लगा देखा था। तो उन्होंने तत्काल उस कक्ष को खोलने को कहा। पूछा कि आपका फार्मासिस्ट कहां हैं? वहां मौजूद फार्मासिस्ट सुरेंद्र दूर ही खड़े थे, डिप्टी सीएम ने कहा, नजदीक आओ और बताओ कि इसमें अभी तक ताला क्यों बंद है? आप कितने बजे अस्पताल पहुंचते हो। फार्मासिस्ट इसका कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सका, इस पर उन्होंने फार्मासिस्ट को भी फटकार लगाई।जब वो ब्लड बैंक में प्रभारी डॉ. उत्तम यादव के कक्ष में पहुंचे तो वहां भी उन्हें काफ़ी गंदगी मिली, इस पर उन्होंने उन्हे भी फटकार लगाई। उन्होंने CMS से कहा कि इस अव्यवस्था को तुरंत ठीक करा लें, वरना अगली बार कड़ी कार्रवाई होगी। रजिस्ट्रेशन काउंटर और अन्य कक्ष में गंदगी मिलने पर उन्होंने संबंधित कर्मचारियों का एक दिन का वेतन भी रोकने का आदेश दिया।
उन्होने आदेश दिया की ‘बाहर की दवा नहीं लिखेगा डॉक्टर’
डिप्टी सीएम ने रविवार को ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ भी बैठक की थी। और उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि कोई भी सरकारी डॉक्टर बाहर की किसी भी प्रकार से न लिखे। उन्होंने सीएमओ को निर्देशित किया है कि कोविड जो मरीज मिल रहे हैं उनका घर पर ही इलाज किया जाए। अगर जरूरत पड़े तो ही उन्हे अस्पताल में भर्ती कराएं।