AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में तीन किशोर समेत कुल चार लोगों का मतांतरण कराने के आरोपित अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी को अब जेल में भेज दिया गया है। जान ले कविनगर पुलिस ने उसे रविवार को ही गिरफ्तार कर लिया था। सोमवार को उसे कोर्ट में पेश कर उसके खिलाफ सभी प्राप्त साक्ष्य रखे। इस मामले की सुनवाई के बाद अदालत ने इस आरोपित को पुलिस की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया। गाज़ियाबाद पुलिस ने संजयनगर सेक्टर 23 के एक साइबर कैफे की छानबीन भी शुरू कर दी है, जो नन्नी के भाई का ही है, लेकिन इसका कामकाज भी नन्नी ही देखा करता था।
अब जारी है बद्दो से नन्नी के लिंक की खोज
इस साइबर कैफे की छानबीन के पीछे पुलिस का एक मात्र उद्देश्य नन्नी का बद्दो से लिंक को ही खोजना है, क्योंकि इस मतांतरण की शुरुआत भी बद्दो ने ही की थी। उसने इस छात्र से 20 हजार रुपये भी ले लिए थे। उसके कहने पर ही इस छात्र ने संजयनगर सेक्टर 23 की ही जामा मस्जिद में नमाज पढ़ने को जाना शुरु किया था। यहां पर वह ही वह इस नन्नी से मिला था। इसके मोबाइल की जांच में ही बद्दो से नन्नी का लिंक अभी नहीं मिला। इसीलिए पुलिस इसके साइबर कैफे के कंप्यूटरों का पूरा डाटा ही खंगाल रही है। पुलिस के मुताबिक ही इस छात्र ने बद्दो के बारे में नन्नी को बताया था। नन्नी खुद को इस्लाम का ही प्रचारक बताता है। संभावना है कि मोबाइल के बजाय वह बद्दो से साइबर कैफे के जरिये ही संपर्क करता हो।
जान ले अभी फरार बद्दो बार-बार बदल रहा ठिकाने
इस दौरान ऑनलाइन गेमिंग के जरिये छात्र का ब्रेन वाश कर के उसका मतांतरण कराने के मामले में राजनगर के उद्यमी ने ही थाना कविनगर में 30 मई को एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसकी छानबीन में पुलिस ने बद्दो नाम की एक आइडी से बात करने वाले की पहचान मकसूद शाहनवाज खान के रूप में की थी।
इस मामले में 31 मई को ही गाजियाबाद पुलिस की चार सदस्यीय टीम मुंबई के लिए रवाना हुई थी। हालांकि पुलिस के पहुंचने से पहले ही इस आरोपित नवी स्थित अपने मकान से भाग गया था। पुलिस सूत्रों की माने तो बद्दो बार-बार ही अपना ठिकाने बदल रहा है। हर बार पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह फरार भी हो जाता है।
इस मामले में एक और आरोपित की हुई पहचान
बता दें बद्दो के साथ ही पुलिस ने एक और आरोपित की पहचान इस मामले में कर ली है आशीष डंगवाल के रूप में की गई है पहचान वह भी नवी में रहता है और छात्र से गेमिंग के जरिए जुड़ने के बाद उसे यह जाकिर नाइक के वीडियो भेजता रहता था। यह भी आशीष बद्दो के लिए काम करता है या वह भी छात्र की भांति मतांतरण का ही शिकार हुआ है, फिलहाल यह बात स्पष्ट नहीं है। उसके पकड़े जाने पर ही इस बारे में कुछ ख़ास पता चल पाएगा।