AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के बिजनौर के एक थाने में ही कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर तैनात एक सिपाही पर फरयादी से रिश्वत मांगने का गम्भीर आरोप लगा. कथित तौर पर इस सिपाही ने एक चरित्र प्रमाण पत्र के सत्यापन के नाम पर 1000 रुपये की रिश्वत मांगी थी. लेकीन जब इसकी शिकायत जिले के एसपी के पास तक पहुंची तो उन्होंने इस सिपाही पर एक्शन ले लिया. एसपी ने इस सिपाही के खिलाफ मे उसी के थाने में एक मुकदमा लिखाते हुए उसको गिरफ्तार करवा दिया है.
बता दें कि यह पूरा मामला बिजनौर के बढ़ापुर थाने का बताया जा रहा है. जहां पर मोहित पुंडीर नाम का एक सिपाही थाने में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर ही तैनात था. उसके पास गांव कुआं खेड़ा निवासी कृष्ण सिंह ने थाने में अपनें चरित्र प्रमाण पत्र के लिए एक आवेदन किया था. जिसके सत्यापन के लिए सिपाही मोहित ने उससे रिश्वत के रूप में कुल 1000 की मांग की.
लेकीन इस पीड़ित कृष्ण सिंह ने इस मामले की शिकायत फोन द्वारा पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन से कर दी. एसपी ने इस शिकायत की जांच थाना प्रभारी सुदेश कुमार से कराई तो इस जांच में यह मामला पूरी तरह सही पाया गया. जिसके बाद इस आरोपी सिपाही मोहित पुंडीर को निलंबित करते हुए उसके खिलाफ बढ़ापुर थाने में ही भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत एक मुकदमा दर्ज कराया गया. इतना ही नहीं बाद में उसको पुलिस द्वारा गिरफ्तार भी कर लिया गया. अब उसको जेल में भेजने की तैयारी की जा रही है. पुलिस द्वारा जारी किए गए प्रेस नोट में बताया गया है कि आरोपी सिपाही द्वारा चरित्र सत्यापन के नाम पर उससे पैसों की मांग की गई थी, जो जांच में पूरी तरह से सही पाई गई. ऐसे में सिपाही को निलंबित करते हुए उसके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम का एक मुकदमा दर्ज कर उसको गिरफ्तार कर लिया गया है. इस मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.