AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के बरेली में ही पुराना शहर के मोहल्ला जोगी नवादा में चल रही कांवड़ यात्रा के दौरान रविवार को एक बार फिर से काफ़ी ज्यादा बवाल हो गया। यहां पर पुलिस ने कांवड़ियों पर ही लाठीचार्ज कर दिया। इसे शासन ने पूरे तरह से गंभीर घटना मानकर एसएसपी प्रभाकर चौधरी को वहा से हटा दिया। अब उन्हें 32वीं पीएसी (लखनऊ) में भेजा गया है। सीतापुर के एसपी घुले सुशील चंद्रभान अब वहा पर नए एसएसपी होंगे। इधर, बारादरी थाने के ही इंस्पेक्टर अभिषेक सिंह और जोगी नवादा चौकी प्रभारी अमित कुमार को भी इस मामले में निलंबित कर दिया गया है। सुबह से ही चल रही रस्साकसी के बीच शाम पांच बजे एसएसपी प्रभाकर चौधरी के नेतृत्व में ही पुलिस ने पहले तो सख्ती दिखाते हुए बलपूर्वक उन्हे हटाया, फिर पुलिस ने वहा लाठीचार्ज किया। एसएसपी का दावा था कि कुछ अराजकतत्वों ने हवाई फायरिंग की, इस कारण वहां लाठीचार्ज करना पड़ा। डीएम शिवाकांत द्विवेदी की मौजूदगी में ही हुए लाठीचार्ज में कांवड़ियों समेत कुछ महिलाएं भी वहा पर घायल हुईं। कुछ लोगों को हिरासत में लेकर डीजे को भी जब्त कर लिया गया। कांवड़ जत्थे में ही शामिल डीजे पर बजाए जा रहे गानों को लेकर भी पुलिस के वहा पर आपत्ति करने से ही यह पूरा बवाल खड़ा हुआ। कांवड़ियों पर हुए लाठीचार्ज को सपा व दूसरी विपक्षी पार्टियों के मुद्दा बनाने पर ही शासन गंभीर हुआ।
वहां पर अराजकतत्व ने की थी फायरिंग- एसएसपी
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने इस मामले में कहा कि एक पक्ष को तो समझा दिया गया था। वह लोग गलियों में भी 150 मीटर अंदर चले गए थे। कांवड़ यात्रा निकलने से पहले उसमें शामिल अराजक तत्वों ने वहा पर हवाई फायरिंग कर दी। तब वहा पर लाठी चलवाकर लोगों को खदेड़ना पड़ा। स्थिति अभी नियंत्रण में है। मौके पर फोर्स भी मौजूद है। इस पूरे घटनाक्रम का ही वीडियो व फुटेज मौजूद है। इसके आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जान ले पिछले रविवार को भी काफ़ी हुआ था बवाल
पिछले रविवार को भी जोगी नवादा में कांवड़ यात्रा के दौरान ही दो समुदाय के लोग एक दूसरे के आमने सामने आ गए थे। वहा पर पत्थरबाजी भी हुई। इस रविवार को ही चक महमूद से इसी इबादत स्थल के पास से होकर ही कांवड़ियों का जत्था निकाला जाना था। सुबह नौ बजे से ही यहां पर काफ़ी तनातनी की माहौल था। कांवड़िये भी अपने डीजे के साथ इसी रास्ते से निकलने पर पूरी तरह से अड़ गए। वहीं दूसरी समुदाय इस दौरान डीजे को साथ ले जाने को एक नई परंपरा बताकर विरोध करने लगा। अधिकारी वहा पर दोनों पक्षों को मनाने में जुट गए। शाम को दूसरे समुदाय के लोगों को इस बात पर राजी भी कर लिया गया कि इबादत स्थल के पास डीजे को बंद कर दिया जाएगा। मगर कांवड़िये इसके लिए तैयार नहीं हुए। उनके साथ मौजूद सभी महिलाओं ने भी पीलीभीत बाईपास पर अपना धरना शुरू कर दिया। वहा पर जाम लगा तो एसपी सिटी ने वहां पर पहुंचकर उन्हें मना लिया था।