AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव 2026 को लेकर सोशल मीडिया और व्हाट्सएप पर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रही है। इस पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है और 20 अप्रैल से लेकर 4 मई तक चार चरणों में मतदान होगा, जबकि 12 मई को मतगणना कराई जाएगी।
वायरल सूची में अलग-अलग तारीखों के साथ जिलों के नाम भी दिए गए हैं, जिससे आम लोगों को लग रहा है कि पंचायत चुनाव की आधिकारिक घोषणा हो चुकी है। लेकिन जब इस दावे की जमीनी और आधिकारिक स्तर पर जांच की गई, तो सच्चाई कुछ और ही सामने आई।
🔍 क्या कहता है राज्य निर्वाचन आयोग?
राज्य निर्वाचन आयोग, उत्तर प्रदेश की आधिकारिक वेबसाइट, प्रेस विज्ञप्तियों और हालिया बयानों की जांच करने पर यह साफ़ होता है कि अब तक पंचायत चुनाव 2026 की तारीखों को लेकर कोई औपचारिक अधिसूचना जारी नहीं की गई है।
आयोग की ओर से फिलहाल केवल—
मतदाता सूची का पुनरीक्षण
ड्राफ्ट वोटर लिस्ट
दावा-आपत्ति की प्रक्रिया
जैसे प्रारंभिक चरण पूरे किए जा रहे हैं।
मतलब साफ है—
👉 चुनाव की तैयारी चल रही है, लेकिन मतदान की तारीखें अभी तय नहीं हुई हैं।
📱 वायरल लिस्ट में क्या दावा किया जा रहा है?
वायरल पोस्ट में कहा जा रहा है कि—
20 अप्रैल को पहले चरण का मतदान
25 अप्रैल को दूसरा चरण
30 अप्रैल को तीसरा चरण
4 मई को चौथा चरण
12 मई को मतगणना
साथ ही अलग-अलग चरणों में जिलों के नाम भी जोड़े गए हैं।
लेकिन इस पूरे शेड्यूल को लेकर कोई भी सरकारी दस्तावेज, नोटिफिकेशन या प्रेस रिलीज उपलब्ध नहीं है।
❗ तथ्य क्या कहते हैं?
फैक्ट-चेक में सामने आए अहम बिंदु—
❌ राज्य निर्वाचन आयोग ने अभी तारीखों की घोषणा नहीं की
❌ किसी भी अधिकृत सरकारी पोर्टल पर यह शेड्यूल मौजूद नहीं
❌ बड़े राष्ट्रीय या राज्य स्तरीय मीडिया संस्थानों ने ऐसी तारीखों की पुष्टि नहीं की
✔️ केवल इतना सच है कि पंचायत चुनाव 2026 आयोजित किए जाने हैं, और उनकी प्रशासनिक तैयारी चल रही है।
🧐 फिर ये तारीखें आईं कहां से?
चुनावी जानकारों के अनुसार, अक्सर—
पुराने चुनावी पैटर्न
संभावित प्रशासनिक कैलेंडर
अंदरूनी अनुमान
के आधार पर ऐसी अनुमानित तारीखें सोशल मीडिया पर डाल दी जाती हैं, जो धीरे-धीरे “घोषित कार्यक्रम” के रूप में वायरल हो जाती हैं।
लेकिन पत्रकारिता और लोकतंत्र में अनुमान और घोषणा में बड़ा फर्क होता है।
🛑 क्यों जरूरी है सावधानी?
पंचायत चुनाव जैसे संवेदनशील विषय पर गलत या अपुष्ट जानकारी—
मतदाताओं को भ्रमित कर सकती है
प्रत्याशियों की रणनीति प्रभावित कर सकती है
मीडिया संस्थानों की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर सकती है
इसीलिए राज्य निर्वाचन आयोग हर बार स्पष्ट करता है कि जब तक अधिसूचना जारी न हो, किसी भी तारीख को अंतिम न माना जाए।
🗳️ पंचायत चुनाव का महत्व
उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव देश के सबसे बड़े स्थानीय निकाय चुनावों में गिने जाते हैं।
ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत प्रतिनिधि—
गांव के विकास
सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन
स्थानीय समस्याओं के समाधान
में सीधी भूमिका निभाते हैं।
इसी वजह से पंचायत चुनाव से जुड़ी हर सूचना का सटीक और सत्य होना बेहद जरूरी है।
फैक्ट-चेक में यह दावा गलत पाया गया है कि यूपी पंचायत चुनाव 2026 की तारीखें घोषित हो चुकी हैं।
👉 वायरल हो रही मतदान तिथियां आधिकारिक नहीं हैं
👉 राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से अभी कोई अंतिम कार्यक्रम जारी नहीं किया गया है
जब भी चुनाव की तारीखें तय होंगी, आयोग उन्हें आधिकारिक अधिसूचना और प्रेस रिलीज के जरिए सार्वजनिक करेगा।
The Uttar Pradesh Panchayat Election 2026 has become a hot topic after a viral voting schedule circulated on social media. However, a detailed fact check confirms that the State Election Commission of Uttar Pradesh has not officially announced any election dates yet. Only preparatory processes like voter list revision are underway, and citizens are advised to rely solely on official notifications.



















