AIN NEWS 1: बता दें निवेशकों का रुझान काफ़ी ज्यादा बढ़ने और तमाम बड़ी परियोजनाओं के आने के बाद ग्रेनो प्राधिकरण 2041 का मास्टर प्लान बनाने के साथ ही अब फेज-2 के विकास की योजना पर तेज़ी से काम शुरू कर दिया गया है। विशेषज्ञ एजेंसी इसके लिए लगातार काम कर रही है। जेवर एयरपोर्ट का निर्माण शुरू होने के बाद से ही गौतम बुद्ध नगर जनपद की ओर निवेशकों का रुझान काफ़ी ज्यादा बढ़ा है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण क्षेत्र में भी निवेशक खूब आ रहे हैं।यूपी ग्लोबल इनवेस्टर समिट में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने करीब 90 हजार करोड़ रुपये के अब तक एमओयू भी साइन किए थे। ओर अब इनको धरातल में उतारने की कवायद तेज़ी से चल रही है। अब प्राधिकरण ने फेज-2 के विकास की योजना पर भी काम शुरू कर दिया है। प्राधिकरण ने मास्टर प्लान 2041 पर अपना काम शुरू कर दिया। इसके लिए आरईपीएल कंपनी का भी चयन किया गया है। यह कंपनी इस पर अब काम कर रही है। इसमें क़रीब 150 गांव शामिल किए जा सकते हैं। इसका पूरा एरिया करीब 28000 हेक्टेयर का होगा।अभी इसमें कुल 124 गांव हैं प्राधिकरण के अधीन ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के पहले चरण में कुल 124 गांव हैं। इन गांवों की जमीन पर प्राधिकरण की योजनाओं ने अपना मूर्त रूप लिया है। 2021 में इसका एरिया 22255 हेक्टेयर रहा, जबकि अधिसूचित क्षेत्र 38000 हेक्टेयर है। यहां आबादी करीब 12 लाख है । प्राधिकरण के मुताबिक, आवासीय सुविधाओं को यहां पर पांच हजार हेक्टेयर में विकसित किया गया है। यहां पर 4200 हेक्टेयर में औद्योगिक गतिविधियां चल रही हैं। मास्टर प्लान 2041 बनने के बाद इसके इलाके में और भी वृद्धि हो जाएगी।
जाने यमुना प्राधिकरण का मास्टर प्लान 2041 पूरी तरह तैयार
यमुना प्राधिकरण ने अपना मास्टर प्लान 2041अब बनवा लिया है। यमुना प्राधिकरण में बुलंदशहर के भी 55 गांव हाल ही में शामिल हुए हैं। इसके चलते प्राधिकरण 2041 के मास्टर प्लान को और संशोधित करवा रहा है। प्राधिकरण ने नये मास्टर प्लान में उद्योगों के लिए एक नई श्रेणी का भू उपयोग भी बनाया है। उद्योगों के लिए मिश्रित भू उपयोग में आवासीय, संस्थागत और व्यावसायिक उपयोग भी मिलेगा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ अमनदीप ने बताया कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का मास्टर प्लान 2041 अब बनवाया जा रहा है। विशेषज्ञ कंपनी यह मास्टर प्लान बना रही है।