AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश में दो दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र पीलीभीत पहुंचे बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने दूसरे दिन जन संवाद कार्यक्रम के दौरान अपनी ही सरकार में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ जमकर हमला बोला. उन्होंने जनता को आज भी नेताओं और अफसरों का गुलाम बताते हुए पूरे सरकारी सिस्टम पर ही सवाल खड़े किए. यही नहीं उन्होंने भाजपा के स्थानीय मंत्री और नेता पर भी इशारों इशारों में जमकर बड़ा हमला बोला. वरुण गांधी ने भाजपा के स्थानीय नेता पर हमला बोलते हुए कहा कि मैं कोई वैसा नेता नहीं हूं जो चुनाव जीतने के बाद बड़ी बड़ी गाड़ियों के काफिलों के साथ चलते रहते हैं, ये सब गाड़ियों की कीमत ही आपके बच्चों के सपने हैं. वरुण गांधी ने आगे कहा कि आज जब आप थाने पर या पेंशन और आवास के लिए सरकारी दफ़्तर जाते हैं तो आपको वहा लाभ लेने के लिए रिश्वत देनी ही पड़ती है. ये सब भी तो एक गुलामी से कम नहीं है. जब चुनाव आता है तो जाति धर्म की भावनाओं में बह कर आप वोट दे देते हैं. और वे आपके जेब पर डाका डाल रहे हैं. आप सबको पूरे इलाके में दो तीन मंजिल मकान का आवास मिला है, बाकी जरूरतमंदों को तो अब तक नहीं मिला है. सरकार में बैठे अफसरों की नाक के नीचे बिना लक्ष्मी जी दर्शन के कोई काम नहीं होता है. मैं किसान आंदोलन में बोला था, उस समय कोई भी नहीं बोला था. तब नेता टिकट के लालच और कमाई के चक्कर में अपने घरों में ही छिप कर बैठ गए थे.
आगे उन्होने कहा हमारी चप्पल उठाने की औकात नहीं रखते थे-वरुण गांधी
वरुण गांधी ने कहा कि, हम यहां पीलीभीत में लगभग 35 सालों से राजनीति कर रहे हैं. और मेरी मां देश की सबसे वरिष्ठ सांसद हैं. मैं तीन बार से यहां सासंद हूं. क्या मैनें कहीं कालोनी काटी, क्या हमारा कोई घर या बड़ा मकान है, कोई और होता तो अब तक महल बना लेता. जो कभी हमारी चप्पल उठाने की औकात नहीं रखते थे आजकल पांच पांच गाड़ियों के काफिले में वो चलते हैं. ये सब नेता एक समय में हमारे सामने रोकर गिड़गिड़ाते थे कि भईया हमें कुछ आगे बढ़ा दो, एक बार मौका दे दो और नेता बना दो. हमारे सामने इनकी बोलने की औकात नहीं थी.
हमारे देश में आज एक समाज को डराया जा रहा-वरुण गांधी
वरुण गांधी ने आगे कहा कि, देश तभी मजबूत होगा जब हिन्दू मुस्लिम की राजनीति पूरी तरह बंद होगी, हिंदू मुसलमान मजबूत होगा. मैं एक हिंदू हूं, मैं वो आदमी नहीं हूं कि वोट के लिए टोपी पहने और मजार पर चला जाए, लेकिन मैं इस बात को भी डंके की चोट पर कह रहा हूं कि आज एक समाज को काफ़ी डराया जा रहा है. देश के लिए ये बिलकुल ठीक नहीं है. कोई एक क्रिमिनल अतीक अहमद की ही बात नहीं है. मैं तो आम आदमी समाज की बात कर रहा हूं. ये सब तभी संभव होगा जब जनता के बच्चों को कुछ बेहतर शिक्षा और रोजगार के असवर मिलेंगे, तभी हमारे देश का उत्थान होगा. मैं जब भी कभी चुनाव लड़ा तो न मैनें शराब बांटी न ही पैसे खर्च किए. मेरे लोगों ने किसी से लूट खसोट और बदले की राजनीति कबीर नहीं की.