AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मोदीनगर में जमीन पर लगा हुआ शत्रु संपत्ति शब्द को अब हटाने का फैसला ले लिया गया है। इस शत्रु संपत्ति को लेकर लगातार चल रहा धरना आखिरकार समाप्त हो ही गया। RAPIDX ट्रेन का उद्घाटन करने आ रहे पीएम मोदी की सभा में पीड़ितों द्वारा हंगामे की चेतावनी के बाद से ही जिला प्रशासन ने सभी लोगों की तीनों मांगों को मान लिया। शनिवार को पूरे दिनभर ही यहां पर अफसरों की बैठकें चलीं। जिसमे डीएम राकेश कुमार ने वहा लोगों से बात की और उनकी तीनों मांगों को ही मानते हुए धरना समाप्त करने का उनसे अनुरोध किया। इसके बाद इस मोर्चा के अध्यक्ष ने धरना समाप्त करने का ऐलान भी कर दिया गया। मोदीनगर तहसील में ही शत्रु संपत्ति के विरोध में 10 अगस्त से ही लगातार लोगों का धरना चल रहा था। शुक्रवार को इस धरने के दौरान महापंचायत कर तहसील गेट पर ताला भी जड़ दिया गया था प्रभावित लोगों ने चेतावनी भी दी कि यदि रैपिडएक्स के उद्घाटन से पहले उनकी यह मांग नहीं मानी गई तो वे हजारों की संख्या में इकठ्ठे हो कर प्रधानमंत्री तक पहुंचेंगे। और मीडिया में जैसे ही यह सारी खबर वायरल हुई तो वहां पर अधिकारियों की नींद उड़ गई। सांसद सत्यपाल सिंह ने इस मामले में प्रेसवार्ता कर बताया कि सरकार ने उच्च न्यायालय के निर्देश के अनुसार ही खसरा खतौनी में सभी लोगों के नाम दर्ज करने के निर्देश दे दिए हैं। क्षेत्रीय विधायक डॉ. मंजू शिवाच भी धरना स्थल पर पहुंचीं और प्रभावित लोगों व एसडीएम से उन्होने बातचीत की।
आपकों बता दें लोगों के नाम चढ़ने हो गए हैं शुरू
देर शाम को करीब 6 बजे डीएम तहसील पहुंचे और प्रभावित लोगों के साथ मे बैठक की। डीएम के अनुसार, फर्द (जमीन के रेकॉर्ड)में प्रभावित लोगों के नाम भी चढ़ने शुरू हो गए हैं। वहीं क्रय-विक्रय पर लगी रोक भी पूरी तरह से हट गई है। प्रभावित लोगों की मांग थी कि इस प्रकरण में गहनता से जांच होनी चाहिए। इसके लिए भी कमिटी का गठन किया जाएगा। शत्रु संपत्ति जनसंघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष डॉ. बबली गुर्जर ने इस पूरे मामले में बताया कि धरना समाप्त करने का ऐलान कर दिया गया है। रविवार को ही कॉलोनियों के लोगों के साथ बैठक कर उन्हें इस वार्ता से अवगत कराया जाएगा।
यहां पर जान ले शत्रु संपत्ति मामले में हुई थी महापंचायत
गाजियाबाद के ही मोदीनगर तहसील में शत्रु संपत्ति के इस मामले को लेकर पिछले करीब दो माह से चल रहे धरने के बीच धरना स्थल पर ही दो दिन पहले ही महापंचायत आयोजित की गई थी। व्यापार मंडल के आह्वान पर मोदीनगर के बाजार भी बंद रखे गए। शत्रु संपत्ति संघर्ष समिति के अध्यक्ष डॉ बबली गुर्जर ने इस पूरे मामले में बताया था कि बीजेपी के अलावा सभी राजनीतिक दलों के नेता, किसान यूनियन और सामाजिक संगठन से जुड़े हुए लोग अपना समर्थन देने पहुंचे। मोदीनगर के गांव सीकरी खुर्द की यह करीब 18 सौ बीघा जमीन और मोदीनगर की एक दर्जन से अधिक कॉलोनियों को भारत सरकार ने ही शत्रु संपत्ति घोषित किया है। इसको लेकर काफी समय से ही पीड़ित लोग रोष जाता रहे हैं।