यूपी के गाजियाबाद में जीआईएस सर्वे के आधार पर तैयार किए गए गृहकर के नोटिस उपभोक्ताओं को नहीं भेजने के निर्देश महापौर सुनीता दयाल ने मुख्य कर निर्धारण अधिकारी को दिए हैं। साथ ही उन्होंने शहरवासियों से अपील की है कि भवन स्वामी घबराएं नहीं वह कर के लिए स्व मूल्याकंन करके ऑनलाइन बिलिंग करें। साथ ही आपको बता दे कि संपत्तियों का कुछ दिन पहले जीआईएस सर्वे कराया गया था। और काफी लोगो नें बोर्ड बैठक में सर्वे का विराध किया और कहा कि सर्वे दफ्तर में बैठकर तैयार किया गया है। वही महापौर सुनीता दयाल नें सर्वे पर आधारित नोटिस शहर में न भेजने के निर्देश दिए है।
बता दे कि यूपी नगर निगम गृहकर नियमावली 2000 के तहत नए भवनों का स्व मूल्याकंन किया जाएगा। जिसमें कवर्ड एरिया, ओपन एरिया, भवन की लबाई चौड़ाई, कच्चा-पक्का आवासीय और अन्य विवरण दिया जाएगा। भवन स्वामी के स्वयं सत्यापन के बाद ही गृहराक लगाया जाएगा। साथ ही अगर कर का स्व मूल्यांकन करने में गलत सूचना देने पर दो लाख का जुर्माने का भी प्रावधान है। इसके साथ ही सभी जोन में गृहकर, म्यूटेशन एंव टैक्स रिवाइज की सभी जानकारी बोर्ड पर लगवाई जाए। जिससे भवन के मालिक को कोई परेशानी न हो।