Ainnews1.Com:- जुलाई 2018 को राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे और 21 जुलाई का नतीजे सामने भी आ जायेंगे। NDA ने झारखंड के पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाया है।तो वहीं विपक्ष की ओर से संयुक्त रूप से पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाया गया है। एक कॉन्फ्रेंस मे यशवंत सिन्हा ने यह बताया। कि उनके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रिश्तो में खटास क्यों और कब आई। उनसे पूछा गया, कि आप मोदी के इतने बड़े विरोधी क्यों हैं ? इस सवाल पर उन्होंने जवाब दिया। कि मै पीएम मोदी से कोई नफरत नहीं। इंसानियत के रूप मे, मै किसी से भी नफरत नहीं करता हूं। लेकिन अगर नीतियों को लेकर मतभेद हुए है तो हुए हैं।
उन्होंने कहा कि मैं अलग तरीके से सोचता हूं और वो लोग अलग तरीके से सोचते हैं। उन्होने कहा की पीएम मोदी को उम्मीदवार बनाने की सलाह मैंने दी थी । पूर्व वित्त मंत्री ने बीती बात बताते हुए कहा कि साल 2013 की बात हैं यह!जब उस समय 2014 से के चुनाव से पहले मैंने ऑन रिकॉर्ड एक पत्रकार से कहा था की, बीजेपी अगर जीतना चाहते है तो नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का दावेदार बना कर चुनाव लड़ना चाहिए।यह मैंने इसलिए कहा था की मैं उस वक्त महसूस कर रहा था देश की नब्ज। उन्होंने यह भी बताया कि पीएम मोदी ने खुद फोन कर उन्हें धन्यवाद दिया था। नरेंद्र मोदी ने कहा क्या आपने इस तरह की बात मेरे बारे में कहीं उन्होंने यह भी कहा कि कुछ साल बाद धीरे-धीरे ऐसा समय भी आ गया के जब मुझे लगा लगा की खास तौर पर आर्थिक नीतियों के मामले में सरकार अब गलत रास्ते पर जा रही है। पूर्व वित्त मंत्री नहीं है, बताया कि नोटबंदी के पहले तक भारत की अर्थव्यवस्था की विकास दर 8%के आसपास थी । लेकिन अब वह घटकर अगले तीन-चार सालों से 4% पर ही आ गई है। फिर कोरोनावायरस आने के बाद भारत की आर्थव्यवस्था बिल्कुल नेगेटिव होती चली गई।उन्होंने कहा, कि यह सब आंकड़े हैं जिन पर ज्यादा चर्चा नहीं होती है।और हम इन्हें भूल जाते हैं। उन्होंने कहा-कि नोटबंदी सिर्फ और सिर्फ एक स्कैम था। और उससे देश में जितना भी काला धन था। उसे सफेद करने का सबको पूरा मौका मिल गया।