कटी-फटी जींस-मिनी स्कर्ट ‘नो एंट्री’ ! शिमला के जैन मंदिर में अमर्यादित वस्त्रों पर प्रतिबंध
इन दिनों देशभर में एक नई बहस शुरू हुई है. मंदिरों के साथ अन्य धार्मिक स्थानों पर किस तरह के वस्त्र पहने जाए? इस पर सोशल मीडिया में भी चर्चा जोरों पर है.
लोग भी अमूमन मंदिर में मर्यादित वस्तुओं को पहनने पर चर्चा करते हुए नजर आते हैं. इस बीच राजधानी शिमला के मिडल बाजार स्थित जैन मंदिर में महिलाओं और पुरुषों को मर्यादित वस्त्र पहनकर ही मंदिर में आने के निर्देश दिए गए हैं. मंदिर में अमर्यादित वस्त्र पहनने वाले लोगों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा.
बोर्ड क्या लिखा गया है?
जैन मंदिर प्रबंधन की ओर से जारी की गई एडवाइजरी में लिखा गया है- ‘जय जिनेंद्र, कृपया ध्यान दें. सभी महिलाएं एवं पुरुष मंदिरजी में मर्यादित वस्त्र पहनकर ही आएं. छोटे वस्त्र- हाफ पैंट, बरमूडा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, कटे फटे जींस, फ्रॉक एवं थ्री क्वाटर जींस आदि पहन कर आने पर बाहर से ही दर्शन कर सहयोग करें. निवेदक- श्री दिगंबर जैन सभा, शिमला.’
नियमों का करना होगा पालन
शिमला जैन मंदिर के बाहर हाल ही में इससे जुड़ा बोर्ड लगा दिया गया है. लोगों को इस बोर्ड में लिखी गई एडवाइजरी का पालन करना होगा. श्री दिगंबर जैन सभा के प्रधान अशोक कुमार जैन ने बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य अपनी संस्कृति को बचाए रखना है. उन्होंने कहा कि अब मंदिर में मर्यादित वस्त्रों के साथ ही प्रवेश मिलेगा. मंदिर के पुजारी संजय जैन ने बताया कि महिलाएं और पुरुष मर्यादा भूल गए हैं. महिलाओं का सिर पर चुन्नी रखने का रिवाज तो मानो खत्म ही हो गया है. आज पूर्ण रूप से धार्मिक क्षेत्र से मर्यादा समाप्त हो गई है. ऐसे में हमें अपनी संस्कृति को बचाने की जरूरत है.
अमर्यादित कपड़ों में नो एंट्री!
श्री दिगंबर जैन सभा ने यह स्पष्ट किया है कि केवल मर्यादित वस्त्र पहन कर आने पर ही मंदिर में प्रवेश मिलेगा. जो लोग अमर्यादित वस्त्र पहनकर मंदिर आना चाहते हैं, उन्हें प्रवेश नहीं दिया जाएगा. ऐसे लोगों को मंदिर के बाहर से ही दर्शन कर वापस लौटना होगा. गौरतलब है कि इससे पहले हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के एक मंदिर में भी मर्यादित वस्त्रों को पहनने का निर्देश दिया गया था.