AIN NEWS 1: कांग्रेस (Congress) ने कर्नाटक में चल रहे विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को अपना घोषणापत्र जारी किया. जिसमें कांग्रेस ने वादा किया है कि प्रदेश में वह जाति और धर्म के आधार पर ‘नफरत फैलाने’ के लिए बजरंग दल (Bajrang Dal) और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) जैसे संगठनों के खिलाफ पूरी तरह से निर्णायक कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में अब कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod) ने अपनी ही पार्टी पर कई सारे सवाल खड़े कर दिए हैं.
ज़हरीला “सॉप” अभी तक “गले”
में पड़ा हुआ है, बजरंग बली को “छेड़ने” की क्या ज़रूरत थी….? #KarnatakaElection— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) May 3, 2023
कांग्रेस का कहना है कि ऐसे संगठनों को प्रतिबंधित करने की कार्रवाई भी अब हो सकती है. हालांकि अब कांग्रेस अपने ही इस फैसले पर चारों ओर से साफ साफ़ घिरती हुई नजर आ रही है. पार्टी नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ही अब बुधवार को एक ट्वीट कर कांग्रेस के फैसले पर ही कई सारे सवाल खड़े कर दिए. उन्होंने कहा, “ज़हरीला “सॉप” अभी तक “गले” में पड़ा हुआ है, बजरंग बली को “छेड़ने” की आपकों क्या जरूरत थी.
जाने उन्होने “क्या किया वादा?
जान ले कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र ‘‘सर्व जनांगदा शान्तिय तोटा’’ (सभी लोगों के लिए शांति का बगीचा) में ही यह पूरा वादा किया है कि वह सत्ता में आने के मात्र एक साल के भीतर उन सभी ‘अन्यायपूर्ण और जनविरोधी कानूनों’ को पूरी तरह से निरस्त करेगी जो भी बीजेपी सरकार के कार्यकाल में उनके द्वारा लाए गए थे. इस पर मुख्य विपक्षी दल ने कहा, ‘‘कांग्रेस जाति और धर्म के आधार पर समुदायों के बीच में नफरत फैलाने वाले संगठनों के खिलाफ अब ठोस और निर्णायक कार्रवाई करने को पूरी तरह प्रतिबद्ध है.’’
उसका कहना है, ‘‘हमारा मानना है कि कानून और संविधान पूरी तरह से पवित्र है. कोई भी व्यक्ति या बजरंग दल, पीएफआई और नफरत एवं शत्रुता फैलाने वाले दूसरे कोई भी संगठन, चाहे वह बहुसंख्यकों के बीच के हों या अल्पसंख्यकों के बीच के हों, वे कानून और संविधान का उल्लंघन बिलकुल नहीं कर सकते. हम ऐसे सभी संगठनों पर कानून के तहत प्रतिबंध लगाने समेत कठौर निर्णायक कार्रवाई करेंगे.’’ कांग्रेस की कर्नाटक इकाई ने राज्य विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को अपना यह घोषणापत्र जारी किया जिसे उसने ‘‘सर्व जनांगदा शान्तिय तोटा’’ नाम दिया है.