कार के अलॉय व्हील में नीली लाइट बनी कत्ल की गवाह: उमा मर्डर केस की खौफनाक कहानी!

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AIN NEWS 1: हरियाणा के यमुनानगर जिले से सामने आया उमा मर्डर केस न सिर्फ एक प्रेम कहानी का दर्दनाक अंत है, बल्कि यह दिखाता है कि कैसे धोखा, डर और स्वार्थ इंसान को हैवान बना देता है। इस हत्याकांड ने पुलिस को भी लंबे समय तक उलझाए रखा, लेकिन आखिरकार एक छोटी-सी तकनीकी गलती—कार के अलॉय व्हील में लगी नीली लाइट—आरोपी तक पहुंचने का सबसे बड़ा सबूत बन गई।

15 साल पहले छोड़ा था घर, प्यार के लिए बदली जिंदगी

उमा की कहानी कोई आम कहानी नहीं थी। करीब 15 साल पहले उसने अपने परिवार को छोड़ दिया था। शादीशुदा थी, एक बच्चे की मां थी, लेकिन प्यार की तलाश उसे घर से बहुत दूर ले आई। परिवार से रिश्ता पूरी तरह टूट चुका था। माता-पिता और भाई से वर्षों से कोई संपर्क नहीं था। उमा ने अपने फैसले पर जिंदगी दांव पर लगा दी थी।

जिस शख्स के लिए उसने सब कुछ छोड़ा, वही बिलाल पिछले दो सालों से उससे दूरी बना चुका था। उमा अब एक नई शुरुआत की उम्मीद कर रही थी, लेकिन उसे अंदाजा नहीं था कि जिस व्यक्ति पर वह सबसे ज्यादा भरोसा कर रही है, वही उसकी जिंदगी का सबसे बड़ा खतरा बन जाएगा।

7 दिसंबर को मिली नग्न शव की सूचना

7 दिसंबर को हरियाणा पुलिस को सूचना मिली कि यमुनानगर के पांवटा साहिब क्षेत्र के पास एक खेत में एक महिला का नग्न शव पड़ा है। मौके पर पहुंची पुलिस सन्न रह गई। शव का केवल धड़ था, सिर गायब था। पहचान करना लगभग असंभव लग रहा था।

पोस्टमार्टम के लिए शव भेजा गया, लेकिन सिर न मिलने की वजह से शिनाख्त नहीं हो सकी। न तो आसपास के थानों में किसी महिला की गुमशुदगी दर्ज थी और न ही कोई सुराग मिल रहा था। पांच दिन तक इंतजार के बाद पुलिस ने मजबूरी में धड़ का अंतिम संस्कार कर दिया।

CCTV फुटेज और नीली लाइट वाला सुराग

जांच आगे बढ़ाने के लिए पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे CCTV कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू की। तभी एक UP नंबर की स्विफ्ट कार बार-बार कैमरे में आती-जाती दिखी। उस कार की खास बात थी—उसके अलॉय व्हील्स में नीली लाइट जल रही थी।

यही छोटी-सी डिटेल पूरे केस की दिशा बदलने वाली साबित हुई। पुलिस ने टाइमिंग, मूवमेंट और लोकेशन का विश्लेषण किया और कार नंबर ट्रेस कर लिया। जांच की कड़ी सहारनपुर, उत्तर प्रदेश तक पहुंच गई।

निकाह से एक दिन पहले गिरफ्तार हुआ आरोपी

जब पुलिस सहारनपुर में आरोपी के घर पहुंची, वहां शादी की तैयारियां चल रही थीं। बिलाल का निकाह अगले ही दिन तय था। पुलिस को अचानक देखकर वह घबरा गया। पूछताछ शुरू होते ही वह टूट गया और पूरी सच्चाई उगल दी।

बिलाल ने कबूल किया कि उसका निकाह किसी और युवती से तय हो चुका था। उमा उस पर शादी का दबाव बना रही थी। उसे डर था कि उमा उसकी होने वाली पत्नी के सामने सच्चाई न खोल दे। इसी डर ने उसे हत्या का रास्ता चुनने पर मजबूर कर दिया।

हत्या की पूरी साजिश पहले से तय थी

बिलाल ने पुलिस को बताया कि उसने पहले ही तय कर लिया था कि उमा को किसी दूर और सुनसान जगह ले जाकर मार देगा। उसने योजना बनाई कि सिर और धड़ अलग-अलग फेंक देगा ताकि पहचान न हो सके।

वह अपनी स्विफ्ट कार में मीट काटने वाला चाकू रखकर निकला। उमा को लॉन्ग ड्राइव का लालच दिया। उमा तैयार हो गई। सहारनपुर से करीब 100 किलोमीटर दूर यमुनानगर के सुनसान इलाके में वह उसे ले गया।

कार में बनाया भरोसा, फिर किया हमला

पांवटा साहिब के पास सुनसान जगह पर बिलाल ने उमा से कार में शारीरिक संबंध बनाने की बात कही। उमा ने भरोसा किया। जैसे ही उसका ध्यान भटका, बिलाल पीछे की सीट पर पहुंचा और सीट बेल्ट से उसका गला कस दिया।

उमा बेहोश हो गई, लेकिन मरी नहीं थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार जब उसकी गर्दन काटी गई, तब वह जिंदा थी। उसने बचने की कोशिश की। उसके चेहरे और शरीर पर संघर्ष के निशान साफ मिले।

सिर और कपड़े अलग-अलग जगह फेंके

बिलाल ने उमा का सिर काटकर धड़ से अलग किया। धड़ को यमुनानगर की एक नर्सरी में फेंक दिया। सिर और कपड़े लेकर वह करीब 12 किलोमीटर दूर गया और वहां उन्हें फेंक दिया।

उसने उमा के कपड़े इसलिए उतरवाए ताकि कपड़ों से पहचान न हो सके। उसे पूरा भरोसा था कि बिना सिर और कपड़ों के शव की पहचान कभी नहीं हो पाएगी।

नीली लाइट ने तोड़ी साजिश

लेकिन बिलाल की एक गलती—अलॉय व्हील्स में लगी नीली लाइट—उसकी पूरी साजिश पर भारी पड़ गई। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर मृतका का सिर और कपड़े बरामद कर लिए।

एक प्रेम कहानी का दर्दनाक अंत

उमा मर्डर केस सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि भरोसे, प्यार और इंसानी रिश्तों के टूटने की कहानी है। यह केस दिखाता है कि जब प्यार स्वार्थ में बदल जाए, तो उसका अंजाम कितना खौफनाक हो सकता है।

The Uma murder case from Haryana’s Yamunanagar shocked the nation due to its brutality and the unusual clue that led police to the accused. Blue alloy wheel lights on a Swift car helped investigators trace Bilal, Uma’s lover, who killed her days before his nikah. This Haryana murder case highlights betrayal in love, calculated crime planning, and sharp police investigation involving CCTV footage and vehicle tracking across UP and Haryana.

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