AIN NEWS 1: वैसे तो आपने कई बार सुना होगा कि जो जैसा दिखता है, वैसा अक्सर होता नहीं है. और हर चमकने वाली चीज़ सोना नहीं होती. ये सारी बातें सिर्फ किताबी ही नहीं हैं. वाकई ये इस दुनिया की असलियत है. हमें जो चीज़ जब जैसी दिखती है, उसकी असलियत हमेशा कुछ और ही निकलती है. अब जरा देखिये ना, हममें से कितनों को ऐसा लगता होगा कि फ्लाइट अटेंडेंट्स की जिंदगी कितनी ज्यादा आरामदायक और बहुत ही फन से भरी हुई है. उन्हें सिर्फ एक ही काम है, ट्रैवल करना. लेकिन असलियत जान ले तो ऐसी नहीं कहेंगे आप .जिस फ्लाइट अटेंडेंट्स को आप सजी-धजी देखते हैं, उसका दर्द किसी को नहीं पता. कोई नहीं जानता कि उसकी स्माइल के पीछे आख़िर कौन सी तकलीफ छिपी हुई है. सोशल मीडिया साइट पर एक फ्लाइट अटेंडेंट ने अपनी जिंदगी की सारी असलियत खोल कर रख दी. उसने खुलासा कर दिया कि आखिर जिस जिंदगी से बाकी के लोग जलते हैं, उन्हें असल में किन परिस्थितियों से यहां गुजरना पड़ता है. एक्सोटिक जगहों पर जाना भले ही लोगों को ग्लैमरस लगता होगा लेकिन एयर ट्रेवल की दुनिया का डार्क साइड जानने के बाद आपकी ये ग़लतफ़हमी पूरी तरह दूर हो जाएगी.
जाने उन्होने हटाया आंखों से नकाब
यूट्यूब चैनल VICE पर एक एक्स फ्लाइट अटेंडेंट ने अपना सारा खुलासा किया. उसने बताया कि एयर होस्टेसेस पर दुबले रहने का काफी प्रेशर होता है. इसके लिए एयरलाइन्स किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार रहती हैं. चाहे आपको सर्जरी तक करवानी पड़े या आपकों खतरनाक ड्रग्स लेने पड़े, इससे एयरलाइन्स को कोई फर्क नहीं पड़ता. उन्हें सिर्फ आपके दुबलेपन से मतलब है. आगे उसने कहा कि एयरहोस्टेस को देख आपको लगता होगा कि ये कितनी ज्यादा खूबसूरत है. लेकिन इस खूबसूरती के लिए उन्हें कई तरह के दर्द से गुजरना पड़ता है.
जाने इनपर रहता है संबंध बनाने का प्रेशर
ऑनलाइन इंटरव्यू में इस फ्लाइट अटेंडेंट ने अपनी पहचान छिपाई. आगे उसने खुलासा किया कि कैसे उनपर हर समय किसी ना किसी की गलत निगाह बनी रहती है. कभी कलीग्स तो कभी कोई यात्री, हर किसी को ऐसा लगता है कि फ्लाइट अटेंडेंट्स को किसी से संबंध बनाने में कोई भी हिचक नहीं है. बात अगर फ्लाइट में होने वाली सबसे बड़ी दिक्कत की करें, तो फ्लाइट अटेंडेंट के मुताबिक़, हाईजैक या किसी इमरजेंसी की जगह यात्रियों का बुरा व्यवहार ही फ्लाइट अटेंडेंट्स की एक सबसे बड़ी समस्या है. कुछ यात्री तो इतनी बदतमीजी करने लगते हैं कि कई बार फ्लाइट अटेंडेंट्स के सब्र का बांध भी टूट जाता है. ऐसे में उन्हें एक्शन लेना ही पड़ता है.