AIN NEWS 1 | कैंसर (Cancer) ऐसी बीमारी है जो धीरे-धीरे शरीर के अंदर विकसित होती है। अगर इसे शुरुआती अवस्था में पहचान लिया जाए, तो इलाज काफी आसान और प्रभावी हो सकता है। लेकिन ज्यादातर लोग इसके शुरुआती लक्षणों को हल्के में ले लेते हैं, जिससे यह बीमारी आगे बढ़ जाती है और स्थिति गंभीर बन जाती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि शरीर समय रहते हमें कई संकेत देता है — बस जरूरत है उन्हें समझने की। तो आइए जानते हैं कैंसर के पांच शुरुआती लक्षण, जिन्हें अनदेखा करना खतरे से खाली नहीं है।
1. बार-बार बुखार या संक्रमण होना
अगर आपको बार-बार बुखार आता है या बिना वजह बार-बार इंफेक्शन होता है, तो इसे सामान्य वायरल समझकर नज़रअंदाज़ न करें।
कई बार यह शरीर में किसी गंभीर बीमारी, खासकर ब्लड कैंसर (Leukemia) का संकेत हो सकता है।
ब्लड कैंसर में शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिससे व्यक्ति को बार-बार इंफेक्शन या बुखार होने लगता है। अगर आपको लंबे समय से बुखार रह रहा है और सामान्य दवाओं से भी ठीक नहीं हो रहा, तो डॉक्टर से तुरंत जांच करवाना जरूरी है।
2. अचानक और बिना वजह वजन कम होना
अगर आपका वजन अचानक कम होने लगे, जबकि आपने डाइट या एक्सरसाइज में कोई बदलाव नहीं किया है, तो यह चिंता का कारण हो सकता है।
एक महीने में 4–5 किलो या उससे अधिक वजन घटना पैंक्रियाटिक, पेट, फेफड़ों या इसोफैगल कैंसर का शुरुआती संकेत हो सकता है।
कैंसर सेल्स शरीर की एनर्जी का इस्तेमाल अपनी वृद्धि के लिए करती हैं, जिससे वजन कम होने लगता है। इसलिए अगर आपका वजन लगातार गिर रहा है, तो इसे हल्के में न लें और डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
3. लगातार थकान या कमजोरी महसूस होना
सामान्य काम के बाद थकान महसूस होना सामान्य है, लेकिन अगर आराम करने के बाद भी आप हर समय थके हुए या सुस्त महसूस करते हैं, तो यह शरीर के अंदर चल रही किसी समस्या का संकेत हो सकता है।
कैंसर की शुरुआती स्टेज में कैंसर सेल्स शरीर के पोषक तत्वों को खत्म करने लगती हैं, जिससे शरीर में ऊर्जा की कमी हो जाती है।
ऐसा लक्षण ल्यूकेमिया, लिवर कैंसर या कोलन कैंसर में अक्सर देखा जाता है।
अगर आप लंबे समय से कमजोरी महसूस कर रहे हैं और कोई कारण समझ नहीं आ रहा, तो ब्लड टेस्ट या मेडिकल चेकअप जरूर कराएं।
4. त्वचा में अचानक बदलाव या तिल-मस्सों में फर्क
त्वचा शरीर का आईना होती है — और अगर इसमें अचानक बदलाव आने लगें, तो यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है।
अगर आपकी त्वचा का रंग पीला, लाल या काला पड़ने लगे, या पुराने तिल, धब्बे या मस्से का आकार और रंग बदल जाए, तो इसे नजरअंदाज न करें।
ये संकेत स्किन कैंसर (Skin Cancer) के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं।
इसी तरह, त्वचा का पीलापन (Jaundice) लिवर या पैंक्रियाटिक कैंसर की ओर भी इशारा कर सकता है।
इसलिए, त्वचा में कोई असामान्य बदलाव दिखे तो तुरंत त्वचा रोग विशेषज्ञ या ऑन्कोलॉजिस्ट से परामर्श करें।
5. शरीर के किसी हिस्से में लगातार दर्द रहना
कभी-कभी दर्द सामान्य होता है, लेकिन अगर किसी हिस्से में लगातार दर्द बना रहे और दवा या आराम से भी राहत न मिले, तो इसे नजरअंदाज न करें।
लगातार सिर दर्द रहना – ब्रेन ट्यूमर का संकेत हो सकता है।
पीठ या पेट में दर्द – कोलन या ओवेरियन कैंसर की संभावना दर्शा सकता है।
सीने में दर्द या सांस लेने में दिक्कत – फेफड़ों के कैंसर की चेतावनी हो सकती है।
हड्डियों में लगातार दर्द – बोन कैंसर या अन्य कैंसर के फैलने का लक्षण हो सकता है।
अगर दर्द लगातार बना रहे, तो डॉक्टर से जांच करवाएं और उसका कारण जानें।
समय पर जांच ही सबसे बड़ा बचाव
कैंसर से बचने का सबसे प्रभावी तरीका है — समय पर पहचान और नियमित जांच।
कई बार शुरुआती जांच से बीमारी को पूरी तरह रोका जा सकता है या समय रहते इलाज शुरू किया जा सकता है।
इन बातों का ध्यान रखें:
साल में एक बार हेल्थ चेकअप जरूर कराएं।
शरीर में किसी भी असामान्य बदलाव को नजरअंदाज न करें।
संतुलित आहार लें और रोज़ाना व्यायाम करें।
स्मोकिंग, एल्कोहल और प्रोसेस्ड फूड से दूरी बनाएं।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाना ही कैंसर से बचाव का पहला कदम है।
कैंसर अचानक नहीं होता — यह धीरे-धीरे शरीर में विकसित होता है और समय रहते अपने संकेत देता है।
जरूरत है कि हम अपने शरीर की बात सुनें और उन संकेतों को गंभीरता से लें।
याद रखें —
“कैंसर की शुरुआती पहचान ही इलाज का सबसे शक्तिशाली हथियार है।”
अगर शरीर में ऊपर बताए गए लक्षणों में से कोई भी लगातार दिखाई दे रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
क्योंकि थोड़ी सी जागरूकता आपकी ज़िंदगी बचा सकती है।



















