कैलाभट्ठा में नगर निगम की जमीन पर किया अतिक्रमण !

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कैलाभट्ठा में नगर निगम की जमीन पर किया अतिक्रमण !

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में 20 सालों तक नगर निगम की करोड़ों रुपये की जमीन पर अवैध कब्जा किया जा रहा था इसा भड़ा रविवार को गाजियाबाद की मेयर सुनीता दयाल ने किया । मेयर शाहिवा ने कहा कि जिन लोगो ने 20 सालो तक नगर निगम की करोड़ो जमीन पर कब्जा किया है उनके उपर सख्त कारवाई होगी। साथ ही सुनीता दयाल ने कहा कि 20 सालो तक नगर निगम के अधिकारी सोते रहे । पहले मदरसा और फिर दुकानें बनाकर अवैध वसुली होती रही। फिहलाल मेयर ने अवैध कब्जो की पड़ताल करना शुरु कर दिया है और फिर इस पड़तालमें कैलाभट्टा इलाके में मरकज मस्जिद के पास कम से कम 30 करोड़ कीमत की 23000 वर्ग मीटर जमीन मिला है और उस जमीन पर कैलाभट्टा  के पूर्व पार्षद द्वारा अवैध कब्जा पाया गया है और अब मेयर शाहिवा का अदेश है कि अवैध जमीन को कब्जामुक्त कराने के लिए निगम एक्शन मोड में आ गया है। नगर निगम के संपत्ति अधिकारी भोलानाथ गौतम कोतवाली नगर में पूर्व पार्षद के खिलाफ सरकारी जमीन कब्जाने की रिपोर्ट दर्ज करा दी है। रविवार को निगम की टीम ने मौके पर जाकर माइक से जमीन खाली कराने के लिए मुनादी कराई।

नगर आयुक्त नितिन गौड़ नें पत्र में क्या लिखा

अपको बता दे कि नगर आयुक्त डा. नितिन गौड़ ने पुलिस कमिश्नर को पत्र भेजकर सोमवार को अवैध कब्जा हटाने में सहयोग करने की मांग की है। फायर टेंडर, एंबुलेंस और भारी पुलिस बल मांगा है। सोमवार को मौके से नगर निगम की टीम बुलडोजर चलाकर अवैध कब्जा हटवाएगी और निगम की जमीन पर कहीं भी अवैध कब्जा नहीं होने दिया जाएगा।

लोगो ने कहा ये जमीन निगम की नही रेलवे की है

आपको बता दे कि कैलाभट्ठा निवासी हाजी नब्बू का कहना है कि जिस खसरा नंबर 213 को निगम अपनी जमीन बता रहा है वह रेलवे की जमीन है। इस पर अवैध कब्जा किया गया है। एफडी जूनियर हाई स्कूल, मदरसा और मस्जिद 30 साल से भी ज्यादा पुराने हैं। इसके लिए रेलवे कई बार अपनी जमीन की पैमाइश करके खाली करने के लिए नोटिस भी दे चुका है। करीब 70 साल पहले यहां रेलवे की शंटिंग लाइन थी। यहां से पाकिस्तान के लिए ट्रेन चलती थी। आरोपी हाजी खलील का कहना है कि अवैध कब्जे वाली जमीन से लगे खसरा नंबर 212 की जमीन उसकी है। वह इसका संक्रमणीय भूमिधर है। सरकारी जमीन पर जिसने अवैध कब्जा किया था उसका विरोध किया तो वह शिकायत करके परेशान कर रहा है।

वही इसके उपर पूर्व पार्षद जाकिर सैफी का कहना है कि जिस जमीन को नगर निगम अपनी बता रही है उस जमीन को रेलवे अपनी बताते हैं।  साथ ही जाकिर सैफी ने कहा कि  रेलवे की तरफ से 18 अप्रैल 2022 को कब्जा हटाने का नोटिस भी स्कूल की इमारत पर चस्पा किया गया था। नगर निगम, प्रशासन और रेलवे के अधिकारियों की संयुक्त टीम मौके पर जांच करके निष्पक्ष कार्रवाई करे। अवैध कब्जा हटाकर यहां बरातघर बनाया जाए। इससे निगम की आमदनी भी बढ़ेगी और लोगों को सहूलियत भी होगी साथ ही पूर्व पार्षद का कहना था कि ये सब नगर निगम द्वारा जानबुजकर किया जा रहा है ताकि आपनी कमाई बढ़ा सके।

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