नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क।
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पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या करने के मामले में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) का नाम सामने है। पंजाब पुलिस के पुलिस महानिदेशक वीके भवरा ने भी बाकायदा पत्रकार वार्ता के दौरान कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में लॉरेंस बिश्नोई का नाम लिया है। हत्या के पीछे लारेंस बिश्नोई गैंग का हाथ है और लॉरेंस बिश्नोई खास कनाडा में बैठे गैंगस्टर लकी उर्फ गोल्डी बराड़ ने हत्या की जिम्मेदारी ली है।बताया जा रहा है कि यह दो गैंग के बीच टकराव का मामला है। बता दें कि 2018 लॉरेंस बिश्नोई ने ही जेल में बंद रहते हुऐ बालीवुड एक्टर सलमान खान को जान से मारने की धमकी दी थी। बता दें कि फिलहाल लॉरेंस बिश्नोई भी दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है और यहीं से गैंग वही से चलाता है। यह भी जानकारी सामने आ रही है कि लॉरेंस बिश्नोई ने जेल से ही वर्चुअव फोन के जरिये कनाडा में बैठे अपने साथी गैंगस्टर लकी उर्फ गोल्डी बराड़ से बात की , जिसके बाद कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या क़ो प्लान किया गया ।गैगस्टर लॉरेंस बिश्नोई बालीवुड एक्टर सलमान खान की भी हत्या करना चाहता था। इसके पीछे असल वजह यह है कि सलमान खान पर काले हिरण के शिकार का आरोप लगा था। इसके बाद सलमान खान और असिन अभिनीत फिल्म रेडी की शूटिंग के दौरान एक बार लॉरेंस ने अपने गुर्गों के जरिये सलमान खान पर भी हमले पूरी योजना बनाई भी थी। यह अलग बात है कि लॉरेंस बिश्नोई को पसंदीदा हथियार काफ़ी प्रयास करने के बाद भी नहीं मिला तो यह योजना असफल हो गई थी। बताया जाता है कि गैंगस्टर बिश्नोई समाज का है । ऐसे में काले हिरण के शिकार को लेकर वह नाराज था, जिसके कारण सलमान भी आरोपी बने थे।चंडीगढ़ स्थित पंजाब विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने के दौरान लॉरेंस बिश्वोई का नाम बेहद तेजी से छात्र राजनीति में उभरा था, लेकिन वह छात्र संघ का चुनाव प्रयास के बाद भी हार गया। इसके बाद धीरे-धीरे लॉरेंस छात्र नेता से नामी बदमाश बन गया। मिली जानकारी के मुताबिक, पंजाब में दविंदर बंबीहा ग्रुप व लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप से गैंगवार जगजाहिर है। हालांकि, वर्ष 2016 के एनकाउंटर में दविंदर बंबीहा मारा गया था, लेकिन उसके बाद भी उसका ग्रुप अभी तक सक्रिय हैं।नामी गैंगस्टर गोल्डी बरार फिलहाल कनाडा में है, जबकि उसकी करीबी साथी और गैंग का मुखिया लॉरेंस बिश्नोई राजस्थान के अजमेर जेल में काफ़ी समय से बंद है। लॉरेंस बिश्नोई के नेटवर्क का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वह जेल में से बंद रहने के दौरान भी गैंग को चला रहा है। वह अपने गुर्गों के जरिये हुकुम जारी करता है फिर आपराधिक वारदात को अंजाम देता है। देश के सबसे बड़े गैंगस्टर में शुमार जेल में बंद रहने के बाद भी व्हाट्स ऐप के जरिये सुपारी वही से लेकर जेल से ही हत्या जैसे संगीन जुर्म को अंजाम दे देता है। इसका कबूलनामा भी वह अपने फेसबुक अकाउंट वही से कर देता है। बताया जाता है कि इस कुख्यात की गैंग में करीब 600 कुख्यात शार्प शूटर शामिल हैं। इस गैंग का नेटवर्क पूरे देश में फैला हुआ ।22 फरवरी 1992 को पंजाब के फजिल्लका में जन्मा लॉरेंस बिश्नोई पर तकरीबन 50 से ज्यादा आपराधिक व अन्य मुकदमे दर्ज हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति काफी मजबूत है। करोड़ों की सम्पत्ति का मालिक लॉरेंस चंडीगढ़ विश्वविद्यालय से भी पढ़ाई कर चुका है। कहा जाता है कि पंजाब विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में हारने के चलते लॉरेंस की जिंदगी जुर्म के रास्ते पर चल पड़ी। लॉरेंस के पिता खुद एक पुलिसवाले रहे हैं, लेकिन बेटे को जुर्म के रास्ते पर जाने से नहीं रोक पाए।