AIN NEWS 1: गाजियाबाद शहर विधानसभा सीट पर उपचुनाव में भाजपा के संजीव शर्मा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 69 हजार से अधिक मतों से जीत दर्ज की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जीत पर खुशी जताते हुए संजीव शर्मा को फोन कर बधाई दी। चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री लगातार सक्रिय रहे और तीन बार फोन पर मतदान की जानकारी ली।
संजीव शर्मा के विधायक बनने के बाद अब भाजपा के महानगर अध्यक्ष पद के लिए दौड़ तेज हो गई है। पार्टी में चार प्रमुख नामों पर चर्चा हो रही है, जबकि दावेदारों की संख्या बढ़ने की संभावना है। संजीव शर्मा ने बताया कि महानगर अध्यक्ष का चुनाव भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा तय किया जाएगा।
पदाधिकारियों का चुनाव जनवरी तक संभव
भाजपा संगठन के पदाधिकारियों का चुनाव जनवरी के पहले पखवाड़े तक होने की संभावना है। इसके लिए तैयारियां तेज कर दी गई हैं। संजीव शर्मा ने सभी पदाधिकारियों को 27 नवंबर तक सक्रिय सदस्यता की पर्चियां जमा करने के निर्देश दिए हैं।
भव्य स्वागत और संगठनात्मक बैठकों की शुरुआत
रविवार को नवनिर्वाचित विधायक संजीव शर्मा भाजपा कार्यालय पहुंचे, जहां पदाधिकारियों ने उनका भव्य स्वागत किया। मिठाई खिलाने के साथ उन्हें राम दरबार का चित्र भेंट किया गया और कार्यालय में आतिशबाजी की गई।
इसके बाद संजीव शर्मा ने मंडल अध्यक्षों और प्रभारियों के साथ बैठक की। उन्होंने जानकारी दी कि अब तक 1,500 सक्रिय सदस्यता पर्चियां जमा हो चुकी हैं, जबकि लक्ष्य 2,500 पर्चियों का है। उन्होंने शेष पर्चियां अगले दो दिनों में जमा करने को कहा।
कार्यशाला के बाद संगठन चुनाव प्रक्रिया तेज
27 नवंबर को प्रदेश स्तर पर चुनाव संबंधित कार्यशाला का आयोजन होगा। इसके बाद 2 दिसंबर को जिले में कार्यशाला आयोजित की जाएगी। इन कार्यशालाओं के समापन के बाद संगठन के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी। मंडल प्रभारी, मंडल अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष का चुनाव इसी दौरान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री की नजर में गाजियाबाद उपचुनाव
चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खास रुचि दिखाई। मतदान के दिन उन्होंने तीन बार फोन कर मतदान की जानकारी ली। परिणाम आने के बाद उन्होंने फोन कर जीत की बधाई दी और इसे “बहुत सुंदर” बताया।
निष्कर्ष
गाजियाबाद में भाजपा ने उपचुनाव में बड़ी जीत हासिल की है। अब पार्टी संगठन में नए पदाधिकारियों के चुनाव पर ध्यान केंद्रित कर रही है। यह चुनाव पार्टी की आगामी रणनीतियों और संगठनात्मक मजबूती के लिए अहम होंगे।